नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा के दौरान केरल में एग्जास हॉल में जाने से पहले चेकिंग के नाम पर कुछ छात्राओं के इनरवियर निकलवाने की घटना को लेकर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। मंत्रालय के मामले में रिपोर्ट मांगने पर एनटीए ने इलाके का दौरा करने से एक कमिटी का गठन किया है, जो तथ्यों का पता लगाएगी। इस मामले में महिला आयोग भी एनटीए को पत्र लिख चुका है।
इस संगीन प्रकरण को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग शर्मनाक करार दे चुका है। सोमवार को नीट परीक्षा के लिए एग्जाम हॉल पर जाने से पहले एक लड़की की ब्रा उतारने को लेकर शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए से रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद एनटीए ने सच्चाई का पता लगाने के लिए कमिटी का गठन किया है।
बता दें कि कथित घटना तब सामने आई जब रविवार को अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स की परीक्षा देने वाली एक लड़की के पिता ने केरल के कोल्लम में परीक्षा केंद्र के अधिकारियों पर अपनी बेटी को हॉल में प्रवेश करने से पहले उसके इनरवियर को हटाने का आदेश देने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अय्यूर में मार्थोमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के परीक्षा केंद्र में कई लड़कियों को इसी तरह के व्यवहार का सामना करना पड़ा।
इस घटना के सामने आने के बाद केरल के उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदू ने भी इस घटना को “अमानवीय और चौंकाने वाला” करार दिया और केंद्र से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने एनटीए को पत्र लिखकर आरोपों की स्वतंत्र जांच की मांग की।
केंद्र ने एनटीए को मौके पर भेजा
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन एनटीए ने सोमवार को स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा था कि ऐसी कोई घटना उसके संज्ञान में नहीं आई थी। हालांकि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को एजेंसी को मौके पर एक टीम भेजने के लिए कहा।