मणिपुर में सेना के काफिले पर शनिवार को घात लगाकर हमला किया. घात लगाकर किए गए हमले में भारतीय सेना के एक कर्नल, उनकी पत्नी और बेटे तथा कम से कम तीन अन्य जवान मारे गए हैं. यह इस क्षेत्र में हुए सबसे घातक हमले में से एक है.
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रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना शनिवार सुबह करीब 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में म्यांमार सीमा के पास हुई. बताया जा रहा है कि मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट में यह हमला हुआ. यहां असम राइफल्स के कमांडिंग आफिसर के काफिले पर आतंकियों ने हमला किया. काफिले में कमांडिंग ऑफिसर के परिवार के सदस्य और क्विक एक्शन टीम के सदस्य मौजूद थे. ऑपरेशन अभी जारी है. हमले के पीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का हाथ बताया जा रहा है.
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मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का गठन 1978 में किया गया था. इसे भारत सरकार ने आतंकी संगठन घोषित किया है. मणिपुर में यह संगठन धोखे से भारतीय सुरक्षाबलों पर पहले भी हमले करता रहा है. इसका संगठन का गठन बिश्वेसर सिंह ने किया था. यह आतंकी संगठन स्वतंत्र मणिपुर की मांग करता रहा है.
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