न्यज डेस्क(यूपी) : बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केजीएमयू परिसर में महर्षि वाल्मीकि की मूर्ति खंडित करने की घटना की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट करके केंद्र और राज्य सरकार को घटना पर त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
मायावती ने पहले ट्वीट में कहा कि दिल्ली में प्राचीन संत रविदास मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया। फिर कर्नाटक में सत्ताधारी बीजेपी के ही दलित सांसद को मंदिर में जाने से रोका गया और अब लखनऊ किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज परिसर में वाल्मीकि मंदिर को जबर्दस्ती कल गिरा दिया गया। ये सब शर्मनाक व अति-निन्दनीय। वहीं, दूसरे में उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारों को चाहिए कि इन सब मामलों को पूरी गंभीरता से लेते हुए इस संबंध में त्वरित सख्त कार्रवाई करे, यह बीएसपी की मांग है।
जानिये पूरा मामला
बुधवार केजीएमयू के दंत संकाय विभाग के पीछे की जमीन पर स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर के खंडित होने पर जमकर बवाल हुआ था। बता दें कि केजीएमयू प्रशासन लंबे अरसे से अवैध कब्जे को हटाना चाह रहा था, लेकिन कब्जा हट नहीं पा रहा था। वहीं, मूर्ति के क्षतिग्रस्त होने से हंगामा हो गया। केजीएमयू प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी करनी शुरू कर दी। लोगों की मांग थी कि प्रतिमा को केजीएमयू प्रशासन फिर से बनवाए। वहीं, घटनास्थल पर बाद में अपर नगर मजिस्ट्रेट अजय राय पहुंचे और उन्होंने मंदिर के पुन निर्माण का आश्वासन दिया।