बाराबंकी (सूत्र रामसनेहीघाट) – सुमेरगंज में मुस्लिमों के दो वर्गों में चल रही वर्चस्व की लड़ाई धीरे धीरे बढ़ती जा रही है।चौबीस घंटे के अंदर दूबारा दोनों पक्ष एक दूसरे के खून के प्यासे हो गये और अगर पुलिस दलबल के साथ समय पर मौके पर न पहुंच जाती तो कोई भी बड़ी अप्रिय घटना हो सकती थी।पुलिस द्वारा शांतिभंग की आशंका में मौके से पकड़े गये तीन लोगों की जमानत रद्द करके जेल भेज दिया गया है।कस्बे में पुलिस लगातार निगरानी और आने जाने वालों पर निगाह रखे हुये है।
कोतवाली के बगल सुमेरगंज कस्बे में दो वर्गों में चल रही रंजिश पुलिसिया कार्यवाही के बावजूद शांत न होकर लगातार बढ़ती जा रही है।अभी पिछले महीने दोनों पक्षों में मारपीट पत्थरबाजी हो चुकी है और पुलिस दोनों के विरुद्ध कार्यवाही कर चुकी है। इसी तरह शनिवार को ईद के दिन दोनों पक्ष शराब पीकर अकारण पुरानी रंजिश के बिना पर भिड़ गये जिससे कस्बे में अफरातफरी फैल गयी थी और दोनों पक्षों के आठ लोग लहूलूहान हो गये थे। कुशल यह था कि संघर्ष की शुरुआत होते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी और तीन लोगों को गिरफ्तार करके कोतवाली ले आयी थी।पुलिस द्वारा शनिवार को पकड़े गये दोनों पक्षों के तीनों लोग रविवार की शाम जमानत पर छूटकर घर आये थे और सुबह होते ही पुनः आपस में भिड़ गये।दोनों पक्षों ने एक दूसरे पक्ष पर पत्थरबाजी की जिससे ग्राम बनीकोडर निवासी रहमतुल्ला और सुमेरगंज निवासी अल्लू की पुत्री सिमरन घायल हो गये।रहमतुल्ला का कहना है कि इस विवाद से उससे कोई वास्ता सरोकार नहीं है और वह रास्ते से अपने घर जा रहा था। पुलिस ने उसकी तरफ से करीब एक दर्जन जाने अनजाने लोगों के विरूद्ध मारपीट करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।पुलिस द्वारा मौके से गिरफ्तार किये गये अनीस घोसी तथा कयूम एवं मोहम्मद आलम कबड़िया की जमानत निरस्त करके रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
प्रभारी निरीक्षक एस एस आई रघुबीर सिंह ने बताया कि कस्बे में पुलिस लगाकर लगातार चौंकसी बरती जा रही है और तथा असमाजिक तत्वों के खिलाफ एक अभियान चलाया जा रहा है।