रिपोर्ट- विपिन निगम
पिछले कुछ सालों से सऊदी अरब में सामाजिक सुधारों ने ज़ोर पकड़ा हुआ है. माना जा रहा है कि ये सब सऊदी क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के नीतिगत बदलावों की वजह से हुआ है. अब इस बारे में एक और बड़ी ख़बर आ रही है. अब तक सऊदी अरब में महिलाओं पर कुछ पाबंदियां थीं जैसे वो गाड़ी नहीं चला सकतीं लेकिन वो पाबंदी अब नहीं रही. इस बीच अब ख़बर है कि महिलायें अब अकेले विदेश यात्रा कर सकेंगी.
सऊदी अरब में 21 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाओं को अब किसी पुरुष संरक्षक की ज़रूरत नहीं होगी. अब वो बिना किसी पुरुष संरक्षक के भी विदेश यात्रा कर सकेंगी. इस तरह के सुधारों की घोषणा तो पिछले कुछ समय से होती रही है लेकिन मंगल के रोज़ इसे लागू कर दिया गया है.आपको बता दें कि सऊदी अरब के क़ानून में पहले कई तरह के ऐसे प्रावधान थे जिसे पश्चिमी देश सही नहीं मानते हैं.
इस बारे में विभाग ने ट्विटर पर लिखा,”पासपोर्ट विभाग ने पासपोर्ट की अवधि बढ़ाने या पासपोर्ट जारी करने और देश से बाहर यात्रा की अनुमति के संबंध में 21 वर्ष और उससे अधिक महिलाओं के आवेदन स्वीकार करने आरंभ कर दिए हैं।” इससे पहले महिलाओं को पुलिस संरक्षक की ज़रूरत होती थी. पुरुष ‘‘संरक्षक’’ से अर्थ है कि पति या पिता या अन्य कोई बड़ा.
इसके अलावा भी कई अधिकार सऊदी अरब की सरकार ने महिलाओं को दिए हैं. सामाजिक सुधार की ये कोशिश इसलिए की जा रही है कि देश को नई तस्वीर दी जा सके. अब महिलायें पुरुषों की ही तरह नाबालिग बच्चों के संरक्षक के तौर पर भी मानी जाएँगी. सभी सुधारों की अन्तराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हो रही है.