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मोदी सरकार की तुलना शिवसेना ने हिटलर से की और बोले अब ज़हरीली गैस चेंबर ही बनाना बाकी है

शिवसेना ने मोदी सरकार की हिटलर शासन से तुलना की और कहा कि अब तो बस जहरीली गैसों का चेंबर बनना ही बाकी रह गया है। मोदी सरकार ने सारी सीमाएं पार कर दी हैं। मामला ईडी की राहुल गांधी से पूछताछ को लेकर है।

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नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ईडी के अधिकारी तीन दिनों तक पूछताछ कर चुके हैं। इस दौरान कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच शिवसेना भी कांग्रेस के साथ आई है।

शिवसेना ने मोदी सरकार की हिटलर शासन से तुलना की और कहा कि अब तो बस जहरीली गैसों का चेंबर बनना ही बाकी रह गया है। मोदी सरकार ने सारी सीमाएं पार कर दी हैंl

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अपने मुख पत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने केंद्र सरकार की तीखी आलोचना की और कहा कि भाजपा न केवल दिवंगत कांग्रेस नेताओं पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की यादों को मिटाना चाहती है, बल्कि वह नेहरू-गांधी वंश की संभावनाओं को भी नष्ट करना चाहती है।

अपने संपादकीय में सामना ने राहुल गांधी से लगातार तीन दिनों से चली आ रही ईडी की पूछताछ को सत्ता का अहंकार करार दिया और कहा कि भाजपा यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि वह “किसी का भी कॉलर” पकड़ सकती है। आज राहुल गांधी और सोनिया गांधी हैं तो कल कोई और हो सकता है।

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शिवसेना ने दावा किया कि सरकार के पास विरोधियों को खत्म करने के लिए हिटलर द्वारा बनाए गए जहरीले गैस चैंबर बनाने की ही कमी है। तो कैसे कह सकते हैं कि देश में कानून की समानता है?” शिवसेना के संपादकीय ने पूछा।

सामना ने अपने संपादकीय में जिक्र किया कि शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल समाजवादी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियां प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में हैं, एजेंसी को कभी भी किसी भाजपा नेता पर छापेमारी करते नहीं देखा गया है।

शिवसेना ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा मांगी गई प्राथमिकी की एक प्रति भी प्रदान नहीं कर सका और न ही वे उनके द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दे सके।

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