– रवि जी. निगम
मुम्बई – 2 सितंबर से मुम्बई महाराष्ट्र समेत देश के कई शहरों में गणेश प्रतिमा की स्थापना की गयी। इसी के साथ मुम्बई भक्ति भाव में अगले 10 दिन तक लीन रहेगी उनकी पूजा-आरती की जाएगी। वहीं यहाँ लाल बाग के राजा की प्रतिमा सबसे बड़ी और भव्य होती है। इस बार लालबाग के राजा के पण्डाल को अन्तरिक्ष के रूप में प्रदर्शित किया गया है साथ ही चन्द्रयान को भी दर्शाया गया है, ग्यारहवें दिन अनंत चतुर्दशी को लालबाग के राजा का घूमघाम के साथ महाजुलूस निकलेगा और उन्हें मुंबई की गिरगांव चौपाटी पर विसर्जित कर दिया जाएगा। साथ ही अगले वर्ष पुनः जल्द आने का निवेदन व कामना की जायेगी।
क्यों मनाते हैं ये पर्व –
ये पर्व बाल गंगाघर तिलक द्वारा ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लोगों को एक जुट करने व एक जगह एकत्र होने के लिये धार्मिक अनुष्ठान के रुप में शुरु किया गया था। ताकि लोग एक जगह एकत्र हो सकें और ब्रिटिश शासन के खिलाफ मोर्चा बन्दी की जा सके। जो इस महोत्सव की सच्चाई है। और इसी के साथ ये महोत्सव एक पर्व में तब्दील हो गया। जिसे अब धीरे-धीरे देश के विभिन्न शहरों, गावों में मनाया जाने लगा।