रिपोर्ट – पप्पू लाल शर्मा
जयपुर – अक्सर सरकार अपनी गतिलयों को छुपाने के रास्ते तलाशती है, वहीं राजस्थान हाईकोर्ट में एक केस की सुनवाई के दौरान खुद राज्य सरकार ने पुलिस परिक्षा में धांधली को स्वीकार किया है, भरतपुर में हैड कांस्टेबल से एसआई के लिए आयोजित 2016-17 पदोन्नति परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली प्रकाश में आयी, सरकार द्वारा पेश की गयी रिपोर्ट की तारीफ करते हुए हाईकोर्ट ने कहा है कि धांधली को स्वीकार करने के साथ ही सरकार जांच कर रही है जो उसकी साफ नियत परिलक्षित करती है, इसके साथ ही हाईकोर्ट ने चयनित अभ्यर्थियो की ओर से दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
हैड कांस्टेबल से एसआई भर्ती के मामले में बड़े घोटाले का खुलासा
भरतपुर पुलिस द्वारा वर्ष 2016-17 के लिए पदोन्नति के जरिए हैड कांस्टेबल से एसआई भर्ती के मामले में बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है. एक अज्ञात शिकायत पर डीजीपी की ओर से करवायी गयी जांच में पाया गया है कि चयनित अभ्यर्थियो की उत्तरकुंजी के अंको में बड़े स्तर पर छेड़छाड़ कर उन्हे बदला गया है. कई अभ्यर्थियो के उत्तरकुंजी में 35 अंक थे लेकिन उसमें बदलाव कर 85 अंक तक कर दिये गये है. डीजीपी की ओर से करवायी जा रही जांच में तत्कालिन आईजी के साथ ही कई आपीएस के नाम इसमें शामिल बताये जा रहे है. हाईकोर्ट के आदेश से राज्य सरकार ने मामले की जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश की.
जस्टिस एस पी शर्मा ने राज्य सरकार की तारीफ की
जांच रिपोर्ट देखने के बाद जस्टिस एस पी शर्मा ने राज्य सरकार की तारीफ की है. अतिरिक्त महाधिवक्ता विभूतिभूषण शर्मा और एडवोकेट प्रखर गुप्ता ने अदालत को बताया कि इस भर्ती परीक्षा में अनियमितताए हुइै है और बड़े स्तर धांधली कि गयी है. इस मामले में जांच अभी जारी है और शीघ्र ही इस मामले में चार्जशीट पेश कि जायेगी. बहस सुनने के बाद अदालत ने हरिओमसिंह सहित 5 अन्य की याचिकाओं को खारिज कर दिया है. याचिका में डीजीपी द्वारा इस भर्ती को रद्द करने को चुनौति दी गयी है।