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लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार का मामला विदेश में गूंजा, निर्मला सीतारमण हुईं असहज, आखिरकार निंदा करनी पड़ी

लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार का मामला विदेश में गूंजा, निर्मला सीतारमण हुईं असहज, आखिरकार निंदा करनी पड़ी

Lakhimpur violence

लखीमपुर नरसंहार का मामला उत्तर प्रदेश से निकलकर पूरे देश में होता हुआ विदेश तक जा पहुंचा और आज इस मुद्दे पर अमेरिका के सरकारी दौरे पर पहुंची वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को काफी असहजता का सामना करना पड़ा और मजबूरन उन्हें इस घटना की निंदा करते हुए चिंता जतानी पड़ी.

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गौरतलब है कि इस कांड की न तो पीएम मोदी कुछ बोले हैं और न ही सीएम योगी ने घटना की निंदा की है बल्कि भाजपा पूरी तरह से आरोपियों के बचाव में जुटी हुई है, बता दें कि इस कांड के मुख्य आरोपी के पिता केंद्र में गृह राज्य मंत्री हैं.

अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचीं सीतारमण ने लखीमपुर खीरी में चार किसानों की मौत और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बारे में हार्वर्ड केनेडी स्कूल में बातचीत के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में टिप्पणी करते हुए घटना को पूरी तरह निंदनीय बताते हुए कहा कि भारत के अन्य हिस्सों में भी इस प्रकार की घटनाएं होती हैं, लेकिन उन्हें उसी समय उठाया जाना चाहिए, जब वे घटित हुई हों, न कि उन्हें तब उठाया जाए, तब किसी राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के कारण कुछ लोगों को उन्हें उठाना अनुकूल लगता हो.

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जब उनसे पूछा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ मंत्रियों की तरफ से इस पर कुछ क्यों नहीं कहा गया और जब भी कोई ऐसी बातों के बारे में पूछता है तो हमेशा “बचाव वाली प्रतिक्रिया” क्यों दी जाती है. इस पर सीतारमण ने कहा, “नहीं, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, अच्छा है कि आपने ऐसी घटना उठाई, जो पूरी तरह से निंदनीय है और हम में से हर कोई यह कह रहा है. इसी तरह दूसरी जगहों पर हो रही घटनाएं मेरी चिंता का कारण हैं.

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सीतारमण ने कहा कि यह मेरी पार्टी या मेरे प्रधानमंत्री के बचाव के बारे में नहीं है. यह भारत के बचाव के बारे में है. मैं भारत के लिए बात करूंगी, मैं गरीबों के लिए न्याय की बात करूंगी. मेरा उपहास नहीं किया जाएगा और अगर मजाक उड़ाया जाएगा, तो मैं खड़ी होकर अपने बचाव में कहूंगी कि ”क्षमा करें, चलिए तथ्यों पर बात करते हैं.’ आपके लिए यही मेरा जवाब है.”

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