रिपोर्ट- विपिन निगम
न्यूज़ डेस्क (यूपी)कन्नौज: जनपद कन्नौज में लेखपालों के साथ वकीलों का विवाद बीस दिन बाद समाप्त हो गया। इस दौरान वादकारियों को खासी दिक्कतें हुईं। गुरुवार को राजस्व कर्मी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गये। जिससे तहसील के दफ्तरों में ताले लटकते वादकारियों के लिए महाकवि घाघ की कहावत ‘ढाक के तीन पात चरितार्थ हो रही है।
उत्तर प्रदेश राजस्व महासंघ के बैनर तले कलेक्ट्रेक कर्मचारियों ने मांगों को लेकर व चकबंदी विभाग के विलय का विरोध करते हुए दफ्तरों में तालाबंदी कर दी। इससे अधिकारी अपने कार्यालयों में नहीं बैठ सके। वहीं न्याय पाने को तहसील आये पीड़ितों के दफ्तरों में ताले लटके देख हलक सूख गये।
गौरतलब है कि लेखपालों- वकीलों का विवाद कई दिन बाद निपट सका। गुरुवार को वकीलों ने काम पर लौटने का ऐलान कर दिया। इसको लेकर वादकारियों में अधूरे पडे़ कामों को लेकर जल्द पूरा होने की उम्मीद जगी थी। लेकिन राजस्व कर्मचारियों की तालाबंदी से इनके सपने चकनाचूर हो गए। वहीं राजस्व कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में कन्नौज शामिल होने के लिए कूच कर दिया था। जिससे तहसील के कार्यालयों में दिनभर सन्नटा पसरा रहा। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात रहा। वहीं शांतिभंग में पुलिस की कार्रवाई के बाद उन्हें जमानत पर रिहा करने के लिए कार्यालय के बाहर कार्रवाई की गई।