रिपोर्ट – सज्जाद अली नायाणी
यह है अमरीकी डेमोक्रेसी, यमन में सऊदी एलायंस ने ख़ून की नदी बहा दी तो वाइट हाउस को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ा लेकिन जब यमनी ड्रोन हमले ने सऊदी अर्थ व्यवस्था को भेद दिया तो मानो उस पर बिजली गिर पड़ी!
विदेश – अमरीका ने ड्रोन हमले के बाद अपने सैनिक भेजने का एलान किया है। मगर यह भी तय है कि सैनिक भेजने का यह क़दम केवल सऊदी अरब और इमारात का दिल रखने के लिए है।
इमारात और सऊदी अरब को साफ़ महसूस हो रहा है कि अमरीका के वादे झूठे थे। मिस्र के तानाशाह हुस्नी मुबारक ने एक अवसर पर अर्बी भाषा का मशहूर जुमला कहा था कि अमरीकियों को अपना लेबास समझने वाला अचानक देखेगा कि वह नंगा खड़ा है।