रिपोर्ट – रवि निगम
मुम्बई (महाराष्ट्र) – सुप्रीम कोर्ट ने आज संविधान दिवस के दिन महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक उठा पटक और घोड़ा बजार जैसी स्थिति के मध्येेनज़र रखते हुये संविधान का सम्मान बरकरार रखते हुये ये फैसला सुनाया कि राज्यपाल प्रोटेम स्पीकर नियुक्त कर विधायकों का शपथ ग्रहण करा उन्ही के नेतृत्व में ही फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया कोर्ट के सुपरवीज़न में लाईव टेलीकास्ट में सम्पन्न कराई जाये।
जिसके पश्चात नवनिर्वाचित सरकार को जिसकी उम्मीद उसे थी के खिलाफ फैसला जाते देख उप मुख्यमंत्री समेत मुख्ययमंत्री ने इस्तीफा देना ही उचित समझा और विपक्ष के एनसीपी , शिवसेना , कांग्रेस को सरकार बनाने की शुभकामनायें दी।
अन्ततोगत्वा विपक्ष के दावों ने स्पष्ट कर दिया कि जो सरकार गठित की गयी थी उसके पास बहुमत नहीं था। कुछ भी हो संविघान दिवस के दिन संविधान की रक्षा की गयी जिसका सबसे बड़ा श्रेय देश की सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले को जाता है , जिसे देश की जनता आदर करती है।