आपकी अभिव्यक्ति – जहाँ महानगर पालिका और पोलिस युद्ध स्तर पर कोरोना से लड़ने के लिये दिन रात अपने कार्य में जुटी हुयी हैं वहीं कुछ अनभिज्ञ, अशिक्षित, आवाराओं को छोड़ सभी दक्ष नाागरिकों की दक्षता भी कोरोना से लड़ने में लॉक डाऊन / कर्फ्यू का पालन कर अपना सहकार्य कर शासन / प्रशासन की मदद कर रहे हैै।
कोरोना जैसी महामारी जो न कोई घर्म, मजहब, राष्ट्र, लिंग भेदभाव के बिना लोंगों का शिकार करती जा रही है, इस महामारी को कभी किसीने सपने में भी नहीं सोचा होगा ये ऐसी महामारी है जिसका सामना दुनिया कर रही है, वहीं केन्द्र व राज्य सरकारें इस महामारी से निपटने में कोई कोर कसर बाकी नही रख रहीं ।
स्थिति कुछ इस तरह भयावह हो गयी है कि जो इस संक्रमण से बचाने के लिए अपने कर्तब्यों का पालन करते हुये यहाँ तक अपने जान की बाजी लगाके हमारी सुरक्षा में तत्परता के साथ जुटे पोलिस / डॉक्टर / नर्स भी इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं उसके बावजूद भी वो अपने कार्य में तत्परता से कार्यरत हैं ।
लेकिन कुछ हिंसक घटनाओं को लेकर मन आहत हो जाता है कि हमें जीवनदान देने वाले ईश्वर तुल्य डॉक्टरों / पोलिसकर्मियों के साथ मारपीट , दुर्व्यवहार की घटनायें भी घटित हो रही हैं जो बहुत ही निन्दनीय घटनायें हैं इसका सभ्य समाज पूर्ण रूप से निन्दा भी कर रहा है। क्योंकि हमें समझना होगा और लोगों को भी इस बात से जागरूक होना होगा कि इस महामारी का विश्व में अभी तक कोई इलाज कारगर नहीं साबित हो पा रहा है न ही अभी तक वैज्ञानिक इसकी दवा या वैक्सीन का शोध ही कर पाये हैं। यदि इससे बचना है तो हमें सरकारों द्वारा बताये गये दिशा निर्देशों और नियमों का अवश्य पालन करना ही अंतिम उपाय है।
सरकारें भी तभी ही इस पर पूरी तरह से काबू पाने में कामयाब हो सकेगीं जब आम जनता इसका पालन अनिवार्यता के साथ करेगी , हमें ये सोचना होगा कि यदि जब हम सुरक्षित होगें तभी हमारा परिवार सुरक्षित होगा और आपकी इसी जगरुकता के कारण देश सुरक्षित होगा , इसी जागरूकता की कड़ी में हमें स्वतः मास्क और हाथों में ग्लब्स डालना ही समय की जरूरत है इसका स्वतः पालन करें व सभी से पालन करने का अनुरोध करें साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन अवश्य करें सार्वजनिक स्थलों पर इसका प्रमुखता से स्वतः पालन करें व सभी से करने का आग्रह भी करें।
तभी जाकर इस कोरोना महामारी को हराया जा सकता है। क्योंकि हर एक इन्सान को जिन्दगी जीने का हक है “जिये और जीने दें” लेकिन ये तभी संभव है जब हम स्वतः इसका पालन कड़ाई से करेंगे तब जाकर हम और हमारा परिवार व देश सुरक्षित रहेगा ।
क्योंकि यदि हम इस पर सख्ती से पालन नहीं करेंगे तो सरकारों को इसे सख्ती से पालन करवाने में मजबूर होना पड़ेगा और लॉक डाऊन की सीमा भी बढ़ती रहेगी , लॉक डाऊन का समय से ज्यादा बना रहना आपके व देश के हित में नहीं है , इसका दुष्प्रभाव आपकी व देश की आर्थिक स्थिति की कमर तोड़ने में भी कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेगी , देश में भुखमरी के हालात भी बन सकते हैं।
इसलिये घर में रहें , सुरक्षित रहें , मास्क व ग्लब्स के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें ।
-मानवाधिकार अभिव्यक्ति , आपकी अभिव्यक्ति