पाकिस्तान में एक आतंकवाद-विरोधी अदालत ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हत्या की कोशिश मामले में मुख्य संदिग्ध और उसके साथी की रिमांड तीन जनवरी तक बढ़ा दी है। अदालत के एक अधिकारी ने इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुख्य संदिग्ध मुहम्मद नवीद को उसके साथी मुहम्मद वकास के साथ कड़ी सुरक्षा में गुरुवार को एटीसी गुजरांवाला के समक्ष पेश किया। मामले में दलीलें सुनने के बाद एटीसी ने दोनों संदिग्धों को पूछताछ के लिए 13 दिनों के लिए संयुक्त जांच दल की हिरासत में भेज दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि मामले में मुख्य संदिग्ध के साथी वकार को हाल ही में एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किए जाने के बाद पहली बार एटीसी के समक्ष पेश किया गया था। दरअसल, मुहम्मद वकार ने तीन नवंबर को एक ट्वीट किया था, जिसमें उसने कहा था कि ‘आज इमरान खान की रैली में कुछ बड़ा होने वाला है।’ हालांकि बाद में उसने ट्वीट डिलीट कर दिया था।
बता दें कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को लाहौर से लगभग 150 किलोमीटर दूर पंजाब के वजीराबाद इलाके में तीन नवंबर को दाएं पैर में गोली मार दी गई थी। जब उनको गोली मारी गई तब वह शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ दबाव बनाने के लिए एक रैली का नेतृत्व कर रहे थे।
इस हफ्ते की शुरुआत में विदेशी मीडिया से बातचीत में इमरान खान ने कहा था कि मैं अपनी पार्टी के एक कार्यकर्ता के बलिदान के कारण आज जिंदा हूं, जिसने मुख्य संदिग्ध (नवीद) को मेरे सिर पर निशाना लगाने से रोका था।
वहीं इमरान खान ने अपने ऊपर हुए हमलो को लेकर हत्या की साजिश रचने के लिए बार-बार प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के मेजर जनरल फैसल नसीर को दोषी ठहराया। साथ ही पंजाब पुलिस ने इमरान खान पर हत्या के प्रयास के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की थी हालांकि उसमें किसी बड़े व्यक्ति का नाम नहीं था।
इमरान खान ने कहा था कि प्राथमिकी शहबाज शरीफ, सनाउल्लाह और फैसल के नाम के बिना केवल एक कागज का टुकड़ा है। पंजाब पुलिस ने कहा था कि उन्होंने नवीद को घटनास्थल से गिरफ्तार किया और उसने अपना अपराध कबूल कर लिया है।