रिपोर्ट – सज्जाद अली नायाणी
ब्रिटेन के सुप्रिम कोर्ट ने प्रधानमंत्री बोरिस जान्सन के विरुद्ध फ़ैसला सुनाते हुए कहा है कि संसद को स्थगित करने की कार्यवाही ग़ैर क़ानूनी थी।
विदेश – रोयटर्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार अदालत ने बोरिस जान्सन की ओर से संसद स्थगित करने की कार्यवाही को रद्द करते हुए कहा कि संसद, क़ानूनी रूप से कभी स्थगित नहीं हुई और तकनीकी रूप में अब भी मौजूद है।
ब्रिटिश संसद के प्रमुख ब्रेन्डा हेले का कहना था कि सांसदों को फ़ैसला करना है कि संसद का सत्र कब बुलाना चाहिए।
उनका कहना था कि संसद के स्थगन का फ़ैसला ग़ैर क़ानूनी था क्योंकि इससे संसद को बिना किसी उचित कारण के अपनी संवैधानिक कार्यवाहियां पूरी करने से रोकने का पता चलता है।
उन्होंने कहा कि संसद स्थगित नहीं हुई है, यह समयस्त 11 जजों का संयुक्त फ़ैसला है, अब यह स्पीकर और लार्ड्ज़ स्पीकर को फ़ैसला करना है कि भविष्य में क्या होगा।
ज्ञात रहे कि ब्रिटिश संसद को 10 सितम्बर से 14 अक्तूबर तक स्थगित कर दिया गया था।