इस्लामाबाद की अदालत से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सीनेटर आजम खान स्वाति को बड़ी राहत मिली है। दरअसल, इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें सेना के खिलाफ विवादित ट्वीट मामले में जमानत दे दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्वाति पिछले साल नवंबर से सेना के खिलाफ अपने विवादास्पद ट्वीट को लेकर हिरासत में थीं। स्वाति पर अलग-अलग ट्वीट के जरिए सैन्य अधिकारियों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगा है। गौरतलब है कि आजम खान स्वाति को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बेहद करीबियों में गिना जाता है।
बीते महीने की शुरुआत में आजम खान स्वाति ने जमानत के लिए इस्लामाबाद की एक विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाया था। जिसे विशेष अदालत ने खारिज कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) में गिरफ्तारी के बाद जमानत याचिका दायर की थी। जिस पर अदालत ने फैसला सुनाया है। इस्लामाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश आमेर फारूक ने उन्हें दो लाख रुपये के ज़मानत बांड जमा करने का निर्देश दिया है।
14 अक्तूबर को, पाकिस्तान के संघीय जांच प्राधिकरण (FIA) ने सेना प्रमुख, न्यायपालिका और अन्य सरकारी संस्थानों के खिलाफ सोशल मीडिया पर ‘धमकी भरा संदेश’ पोस्ट करने को लेकर पीटीआई सीनेटर आजम खान स्वाति को गिरफ्तार किया था। इस मामले में स्वाति को जमानत मिल गई थी। हालांकि, पूर्व सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा सहित शीर्ष सैन्य अधिकारियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर एफआईए ने फिर से स्वाति को गिरफ्तार कर लिया था।
पाक मीडिया के मुताबिक, दो दिसंबर को बलूचिस्तान पुलिस ने क्वेटा में इसी तरह के एक मामले में पीटीआई सीनेटर को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय वह अदियाला जेल में न्यायिक हिसारत में थे। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने आजम खान स्वाति की गिरफ्तारी की निंदा की थी।
यह दूसरी बार था जब दो महीने से भी कम समय में पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के बारे में उनके ट्वीट पर स्वाति को एफआईए द्वारा गिरफ्तार किया गया था। अक्टूबर 2022 में पहले ट्वीट के बाद उनकी गिरफ्तारी के दौरान, उन्हें कथित तौर पर सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित और अपमानित किया गया था। साथ ही स्वाति ने यह दावा भी किया है कि उनके परिवार को शर्मिंदा करने के लिए एजेंसियों द्वारा उसकी पत्नी को एक वीडियो भी भेजा गया था।