रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
लेबनान के एक पूर्व मंत्री का कहना है कि हिज़्बुल्लाह ने वाशिंगटन के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, जिसमें नए प्रतिबंध नहीं लगाने के बदले इस्राईल के ख़िलाफ़ जवाबी कार्यवाही नहीं करने की मांग की गई थी।
लेबनान के पूर्व मंत्री वेयाम वहाब के अनुसार, ट्रम्प प्रशासन ने एक लेबनानी अधिकारी के ज़रिए हिज़्बुल्लाह को यह संदेश भेजा कि अगर हिज़्बुल्लाह, इस्राईल के ख़िलाफ़ कोई जवाबी कार्यवाही नहीं करता है तो अमरीका उसके ख़िलाफ़ नए प्रतिबंध लागू नहीं करेगा।
ग़ौरतलब है कि पिछले हफ़्ते हिज़्बुल्लाह और ज़ायोनी शासन के बीच उस समय तनाव चरम पर पहुंच गया था, जब इस्राईल के दो ड्रोन विमानों ने बेरूत के दक्षिणी इलाक़े पर बमबारी करने का नाकाम प्रयास किया था।
इस्राईल के दोनों ड्रोन विमान हवा में ही धमाके से उड़ गए थे, जिसमें से एक विमान के विस्फ़ोट से हिज़्बुल्लाह के मीडिया कार्यालय को कुछ नुक़सान पहुंचा था।
इसके बाद, हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैय्यद हसन नसरुल्लाह ने बहुत जल्द इस हमले का बदला लेने की इस्राईल को चेतावनी दी थी।
अब इस्राईली सेना हिज़्बुल्लाह की जवाबी कार्यवाही को लेकर गंभीर चिंता में है और उसने लेबनान से लगी सीमा पर सैनिकों की संख्या में भारी वृद्धि कर दी है।
हिज़्बुल्लाह द्वारा अमरीकी प्रस्ताव को ठुकराने से इस्राईली अधिकारियों की चिंता अधिक बढ़ गई है, इसलिए कि उन्हें विश्वास है कि हिज़्बुल्लाह की जो भी प्रतिक्रिया होगी वह कड़ी होगी।
अल-मयादीन टीवी चैनल से बात करते हुए लेबनान के पूर्व मंत्री वहाब ने कहा, दक्षिणी बेरूत पर इस्राईल के ड्रोन विमानों के हमले पर लेबनानी प्रधान मंत्री साद हरीरी की प्रतिक्रिया से अमरीकियों को झटका लगा है।
उन्होंने कहा, अगर इस्राईल के साथ युद्ध भड़कता है तो ज़ायोनियों के सिर पर हर ओर से मिसाइलों की बारिश होगी और फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधी संगठनों का भी इस बारे में पक्ष स्पष्ट है।