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Friday, May 3, 2024

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2 ऑक्टोबर आज देश के दो महानायकों की जयंती, लेकिन अफ़सोश की आज दोनों की आत्मा रो रही होगी कि क्या इसके लिये लडी थी लडाई ?

-रवि जी. निगम

देश के दो महानायकों की जयंती 2 अक्टूबर को मनाई जाती है. यानि महात्मा गांधी (मोहनदास करमचन्द गांधी) और लाल बहादुर शास्त्री (पूर्व प्रधान मंत्री) का जन्म एक ही दिन हुआ था और 2 अक्टूबर को दोनों की जयंती मनाई जाती है। दोनों ने ही पूरा जीवन इस देश के लिए समर्पित कर दिया. लाल बहादुर शास्त्री ने अपना पूरा जीवन गरीबों की सेवा में समर्पित कर दिया था. शास्त्री का जन्म उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में दो अक्टूबर, 1904 को शारदा प्रसाद और रामदुलारी देवी के घर हुआ था. देश की आजादी में लाल बहादुर शास्त्री का खास योगदान है. साल 1920 में शास्त्री भारत की आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए थे. स्वाधीनता संग्राम के जिन आंदोलनों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही, उनमें 1921 का असहयोग आंदोलन, 1930 का दांडी मार्च और 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन उल्लेखनीय हैं. शास्त्री ने ही देश को ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया था. आइये जानते हैं लाल बहादुर शास्त्री से जुड़ी 10 ऐसी बातें, जो सभी को जाननी चाहिए….

लेकिन कोरोना काल के चलते सायद इस वर्ष उस तरह से मना पाना मुश्किल है, लेकिन जिस तरह 2 दिन पूर्व विभत्स हाथरस घटना ने देश को झकझोर दिया उसे देख कर तो सायद बापू यही सोंचते होंगे की अंग्रेजों से तो आजादी दिला दी लेकिन …. लेकिन वो आजादी सरदार पटेल दिलाना चाहते थे लेकिन नेहरू जी के उदार हृदय ने उन्हे बदलने के कई अवसर दिये लेकिन आस्तीन के सांप भीतर ही भीतर पनपते रहे काश ! पटेल के निर्णय को उस वक्त मान लिया होता तो ये दिन नहीं देखने को मिलते !

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