इराक़ में जहां एक और प्रदर्शन फिर से आरंभ हो गये हैं वहीं, राजनीतिक हल्क़ों में यह चर्चा हो रही है कि अमरीका, सन 2014 की स्थिति फिर स पैदा करने की कोशिश में है और इसी लिए वह सीरिया से 13 हज़ार आतंकवादी, इराक़ लाना और बगदाद को उनके स्वागत पर मजबूर करना चाहता है।
इराक़ में राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ, ” सबाह अलओकेली” ने शुक्रवार को ” अलइत्तेहाद” टीवी चैनल से एक वार्ता में चेतावनी देते हुए कहा कि अमरीका 13 हज़ार आतंकवादियों को इराक़ पहुंचाने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि बगदाद में अमरीकी दूतावास बहुत सी संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त है और इराक़ की सरकार को अमरीकी दूतावास की गतिविधियों की निगरानी का भी अधिकार नहीं है।
उन्होंने बताया कि अमरीका, विशेष रूप से सीरिया से अपने सैनिकों को निकालने और उन्हें इराक़ पहुंचा कर अलअंबार और अलक़ेयारा प्रान्तों की दो छावनियों में तैनात कर चुका है और अब इरका में अपनी उपस्थिति के लिए नयी योजना बना रहा है।
इराक़ी मामले के इस विशेषज्ञ ने बताया कि अमरीका का यह योजना है कि इराक में अशांति पैदा करके और हंगामा खड़ा करके सन 2014 की स्थिति पैदा कर दी जाए। इसके लिए वह सीरिया से अपने सैनिकों के साथ 13 आतंकवादियों को इराक़ पहुंचा चुका है।
उन्होंने इराक़ी सरकार की ओर से अमरीकी सैनिकों को इराक़ से निकलने के लिए एक महीने की मोहलत दिये जाने के बारे में कहा कि यह मोहलत बढ़ा दी जाएगी और अमरीका एक फिर इराक़ी सरकार को अपनी बात मानने पर मजबूर कर देगा।
उन्होंने कहा कि बगदाद में अमरीकी दूतावास लोगों को भड़का रहा है और बहुत से सामाजिक कार्यकर्ता उसके संपर्क में हैं।
याद रहे इराक़ में फिर से प्रदर्शनों का सिलसिला शुरु हो गया है और इराक़ के विशेषज्ञ और नेता प्रदर्शनों के दौरान घुसपैठियों की ओर से सचेत कर रहे हैं।
इराक़ के एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया है कि सोशल मीडिया पर प्रदर्शनों के दौरान, ईरान का नाम बार बार लिया जा रहा है और ईरान के खिलाफ व्यापक रूप से प्रोपगंडा किया जा रहा है। इस सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया और खास तौर पर फेसबुक पर इराक़ के व्यापारिक गतिविधियों वाले बहुत से पेज प्रदर्शनों से ठीक तीन दिन पहले एक साथ ही ईरान के विरुद्ध प्रदर्शनकारियों को भड़काने में व्यस्त हो गये जिससे किसी बड़ी साज़िश का पता चलता है।
प्रदर्शनकारियों पर काबू के लिए तैनात एक अन्य अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के बीच घुसपैठियों से भांति भांति के हथियार और औज़ार पकड़े गये हैं जिन पर ध्यान देने से पता चलता है कि कुछ हल्क़े जन प्रदर्शनों को गलत फायदा उठाने का प्रयास कर रहे हैं।
प्रदर्शनों के दौरान यूएई में बने एसे औज़ार मिले हैं जिनसे दुकानों और बैंकों के ताले बड़ी आसानी से तोड़े जा सकते हैं।
इसी प्रकार कई देशों के हथियार और बंदूकें तथा विस्फोटक सामाग्री भी मिली हैं।