रिपोर्ट- विपन निगम

औरैया(यूपी): जनपद औरैया मे फफूंद फोरलेन का निर्माण कब्जे के चलते ठप हो गया है। जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। मगर जिम्मेदारों को कोई परवाह नहीं है। अब सड़क किनारे, शहर व अन्य स्थानों पर लोक निर्माण विभाग की जमीन पर वर्षों से काबिज लोगों को बेदखल किया जाएगा। इस बाबत उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने आदेश जारी किए हैं। जिसमें उनका कहना है कि सभी तीर्थस्थलों, पर्यटन स्थलों को जाने वाले मार्गों के किनारे हुए कब्जे भी प्राथमिकता के आधार पर हटाए जाएं। लेकिन औरैया में पीडब्लूडी के अधिकारी उप मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद उदासीन बने हुए हैं।
दरअसल, जनपद में पीडब्लूडी की जमीन पर दबंगों नेे कब्जा कर रखा है। औरैया तहसील के चिरूहुली गांव में पुराना राष्ट्रीय मार्ग कब्जे की जद में है। सड़क की जमीन लोगों ने निजी उपयोग में ले रखी है। कई लोगों के मकान सड़क तक बनकर तैयार हो गए हैं। कब्जे के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग सिकुड़कर गली का रूप अख्तियार कर चुकी है। इसी तरह मुरादगंज चौराहे पर फफूंद रोड पर अवैध कब्जा है। इतना ही नहीं, कब्जे की जमीन किराए पर उठाकर वसूली की जा रही है। अवैध कब्जे के चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। कब्जा हटवाने की मांग तहसील दिवस में भी स्थानीय लोग कर चुके हैं।
बावजूद इसके अभी तक कुछ नहीं हुआ। इसी तरह औरैया-फफूंद फोरलेन पर डिस्ट्रक्टि कोर्ट के समीप कब्जे के चलते ही निर्माण कार्य ठप पड़ा हुआ है। बता दें कि औरैया-फफूंद फोरलेन का निर्माण कब्जे की वजह से ही रुका हुआ है। बाकी फोरलेन बनकर तैयार हो चुका है। आधी अधूरी बनी फोरलेन के चलते यातायात प्रभावित हो रहा है।
आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। यह सब तो महज बानगी है। दिबियापुर, बेला, अछल्दा, एरवाकटरा, बिधूना, फफूंद व अजीतमल में भी पीडब्लूडी की करोड़ों की जमीन पर कब्जा है। हैरत की बात है कि इस बात की जानकारी पीडब्लूडी को नहीं है कि उसकी जमीन पर कहां-कहां कब्जा है? ऐसे में वह कब्जा हटवाने की पहल कैसे कर सकता है। जबकि इस बाबत उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर पीडब्लूडी के प्रमुख अभियंता वीके सिंह भी आदेश जारी कर चुके हैं। फिर भी इस बड़ी समस्या को लेकर विभागीय जिम्मेदार उदासीन बने हुए हैं।