दुनिया के कई देश युद्ध में घिरे हुए हैं। जहां रूस-यूक्रेन जंग को दो साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। वहीं हमास और इस्राइल बीते छह महीने से जंग लड़ रहे हैं। इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है। गाजा में पैदा हुई मानवीय परिस्थितियों को लेकर अमेरिका में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अब इसकी चपेट में विश्वविद्यालय भी आ गए हैं।दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में प्रदर्शन के दौरान कई छात्रों को गिरफ्तार किया गया है।
लॉस एंजिलिस पुलिस विभाग ने बताया कि दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में 93 छात्रों को गिरफ्तार किया गया है।
इस्राइल-हमास के बीच छह माह से जंग जारी
हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइली शहरों पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमले की शुरुआत की थी। इसके बाद हमास के आतंकियों ने इस्राइल में घुसकर लोगों को मौत के घाट उतारा। इसके जवाब में इस्राइल ने हमास आतंकियों के खिलाफ गाजा में ऑपरेशन शुरू किया था। इस ऑपरेशन में गाजा स्थित हमास के ठिकानों पर जबरदस्त बमबारी की गई है, जिससे अधिकतर गाजा खंडहर में तब्दील हो गया है। अब तक इस्राइल और गाजा में कुल मिलाकर 30000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि गाजा के अधिकारियों का कहना है कि सात अक्तूबर के बाद से गाजा में इस्राइल के सैन्य अभियान में अब तक उनके 34,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, जबकि हजारों शवों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है।
समूह कुछ आदेशों का उल्लंघन कर रहा था
लॉस एंजिल्स के पुलिस कप्तान केली मुनीज का कहना है कि विश्वविद्यालय एक निजी परिसर है। समूह कुछ आदेशों का उल्लंघन कर रहा था। इसलिए छात्रों को गिरफ्तार करना पड़ा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक व्यक्ति को घातक हथियार से हमला करने के लिए भी गिरफ्तार किया गया। हालांकि, फिलहाल किसी प्रदर्शनकारी या अधिकारी के घायल होने की खबर नहीं है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, यूएससी के सार्वजनिक सुरक्षा विभाग ने बुधवार दोपहर को परिसर के एलुमनी पार्क में इकट्ठा हुए प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए गिरफ्तारी का आदेश दिया।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान तनाव तब बढ़ गया, जब प्रदर्शनकारियों ने अपने टेंट और सामानों को हटाने से इनकार कर दिया। इसके बाद विश्वविद्यालय ने बुधवार शाम को परिसर बंद करवा दिया। वहीं, एलएपीडी ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया।
कब्जा करने का आरोप लगाया
अमेरिकी संसद अध्यक्ष माइक जॉनसन ने कोलंबिया विश्वविद्यालय का दौरा किया। उन्होंने यहूदी छात्रों की रक्षा करने में विफल रहने के लिए कोलंबिया विश्वविद्यालय के अध्यक्ष मिनोचे शफीक को इस्तीफा देने के लिए कहा। उन्होंने यहूदी विरोधी भीड़ पर अमेरिकी विश्वविद्यालयों पर कब्जा करने का आरोप लगाया। हालांकि, इस दौरान जॉनसन को छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा। छात्रों ने उनके खिलाफ नारे लगाए और संबोधन के दौरान अपशब्द भी कहे।