लखीमपुर खीरी में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत के बाद पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात करने जा रही कांग्रेस पार्टी की महसचिव व यूपी इंचार्ज प्रियंका गाँधी को यूपी पुलिस ने देर रात सीतापुर में हिरासत में ले लिया।उनके साथ ही कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा को भी हिरासत में लिया गया है। उन्हें सीतापुर पुलिस लाइन्स ले जाया गया. प्रियंका गाँधी को हिरासत में जिस कमरे में रखा गया वह काफी गन्दा था, बाद में उन्होंने हिरासत वाले कक्ष में खुद झाड़ू लगाकर सफाई की .
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प्रियंका गांधी लखीमपुर में हिंसा के दौरान मारे गए किसानों के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही थीं. उन्होंने हिरासत में सत्याग्रह शुरू किया है और उनकी एक ही मांग है कि किसानों से मिले बिना नहीं जाऊंगी. आरोप है कि पुलिस ने प्रियंका गांधी तक कानूनी सहायता तक नहीं पहुंचने दी.
इससे पहले सोमवार सुबह प्रियंका गांधी को हरगांव के पास पुलिस हिरासत में लिए जाने के दौरान उनकी यूपी पुलिस के अफसरों से तीखी बहस हुई थी. प्रियंका गांधी ने पुलिस अफसरों से कहा कि वे उन्हें ऐसे हिरासत में नहीं ले सकते. अगर वो बिना वारंट के उन्हें ले जाते हैं और धक्का-मुक्की करते हैं तो यह अपहरण, छेड़छाड़ और हिंसा का मामला बनता है.
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प्रियंका ने रविवार को लखीमपुर खीरी घटनाके बाद ट्वीट कर कहा था, बीजेपी देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? अगर वो आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर कुचल दोगे? बहुत हो चुका. ये किसानों का देश है, बीजेपी की निर्दयी विचारधारा की जागीर नहीं है.