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अमरीका, 9/11 के सबसे अहम संदिग्ध सऊदी अधिकारी का नाम सार्वजनिक करेगा, सऊदी अरब में खलबली।

रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने

अमरीका का न्याय मंत्रलाय जल्द ही नाइन इलेवन की घटना अंजाम देने वाले आतंकियों से सहयोग के आरोपी सऊदी अधिकारी का नाम सार्वजनिक कर देगा।

अमरीका के न्याय मंत्रलाय ने गुरुवार को घोषणा की है कि वह अंततः उस सऊदी अधिकारी के नाम से पर्दा उठा देगा जिस पर 11 सितम्बर 2001 को अमरीका में हुए हमलों में अलक़ाएदा के आतंकियों से सहयोग का आरोप है। अमरीका ने लम्बे समय तक इस सऊदी अधिकारी का नाम गोनपीय रखा था। हमले के पीड़ितों के परिवारों द्वारा वर्षों से डाले जा रहे दबाव पर एफ़बीआई और न्याय विभाग ने इस ख़ास मामले की परिस्थितियों के दृष्टिगत सऊदी अरब के उक्त अधिकारी के नाम से पर्दा हटाने का फ़ैसला किया है। आरोप है कि इस सऊदी अधिकारी ने कुछ हमलावरों के अमरीका पहुंचने के बाद उनकी मदद की थी। इन 19 हमलावरों से 15 सऊदी अरब के थे और उन्होंने चार विमानों का अपचालन करने और उन्हें न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन और संभवत: वाइट हाउस या संसद पर गिराने की साजिश में भाग लिया था।

न्यूयॉर्क, वाशिंगटन और पेन्सिलवेनिया में हुए हमलों में लगभग 3,000 लोग मारे गए थे। वर्ष 2002 में हमलों की एक आधिकारिक रिपोर्ट में कहा गया था कि कुछ हमलावरों को सऊदी अधिकारियों से धन मिला था। इन अधिकारियों में से कम से कम दो सऊदी अरब के गुप्तचर विभाग के अधिकारी थे। ये दोनों अधिकारी, फ़हद अलसुमैरी और उमर अलबायूमी उस समय अमरीका में सऊदी अरब के दूतावास में तैनात थे। बाद की जांच में इस दावे को ख़ारिज किया गया कि ये दोनों विमान हाई जैक करने वालों के साथ मिले हुए थे लेकिन 2012 में एफ़बीआई की रिपोर्ट में इन आरोपों को दोहराया गया और एक तीसरे व्यक्ति का भी उल्लेख किया गया जिसने संभवतः इन्हें निर्देश दिए थे, अलबत्ता तभी से तीसरे व्यक्ति का नाम गुप्त रखा गया है। टीकाकारों का विचार है कि इस तीसरे व्यक्ति का संबंध सऊदी अरब के शाही परिवार से है।

अमरीका के न्याय मंत्रालय ने यह नहीं बताया है कि तीसरे अभियुक्त का नाम कब सार्वजनिक किया जाएगा लेकिन वाॅशिंग्टन में अलजज़ीरा के संवाददाता का कहना है कि सबसे पहले न्यायालय और नाइन इलेवन के हमलों में मारे गए लोगों के परिजनों को अभियुक्त का नाम बताया जाएगा और उसके बाद संभावना है कि वकील न्याय मंत्रालय में अपील करेंगे कि उसका नाम सार्वजनिक किया जाए।

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