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Tuesday, May 7, 2024

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ईरान की छींक से रुका सऊदी अरब का आधा तेल उत्पादन! सऊदी अरब पर हमले का आरोप ईरान पर क्यों ?

रिपोर्ट – सज्जाद अली नायाणी

सऊदी अरब के तेल प्रतिष्ठान पर यमन के अन्सारुल्लाह के हमले को एक हफ्ता हो रहा है और सऊदी अरब और अमरीका की समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करें? मिडिल ईस्ट आई के संपादक डेविड हर्स्ट कहते हें कि कभी इराक़ में अमरीका ने युद्ध करके झटका देने वाले और हैरान करने वाला आप्रेशन किया था लेकिन आज स्वंय भी वह झटका खा रहा है और हैरान है कि करे तो क्या करे ?

विदेश – यमन पर बमबारी और अपराध को 1700 से अधिक दिन गुज़र चुके हैं। एक पूरा देश पूरी तरह से सऊदी अरब की घेराबंदी में है। हर 10 मिनट में एक यमनी बच्चा, इस युद्ध की वजह से मारा जाता है लेकिन कहीं से कोई आवाज़ नहीं उठती क्योंकि यमन नाम के इस अत्याधिक निर्धन देश के खिलाफ इलाक़े और दुनिया के बड़े बड़ों ने एक दूसरे के साथ हाथ मिला लिया है लेकिन इसी नंगे पैर लड़ने वाले निर्धनों ने सऊदी अरब और उसका पहरेदार बन कर अरबों लूटने वाले अमरीका को वह चोट पहुंचायी है कि अब सहलाते भी नहीं बन रही है।

यमन के अंसारुल्लाह के प्रवक्ता का कहना है कि यमन के खिलाफ युद्ध में दुनिया के 17 देश साथ हैं। अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस और इस्राईल, इस युद्ध में सऊदी अरब के सहयोगियों में शामिल हैं। इस्राईल को दावा है कि उसकी सेना अजेय है। अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन की बात ही क्या सैन्य शक्ति के साथ ही साथ इनके पास राजनतिक व आर्थिक शक्ति भी हैं यह देश सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य हैं। इस तरह के बाहुबलियों के गठजोड़ को , भुखमरी, महामारी और हर तरह के अभावों से जूझ रहे यमन से ऐसा तमांचा पड़ा कि उसकी गूंज पूरी दुनिया सुन रही है। तो अब उनके पास सिवाए इसके कोई रास्ता ही नहीं था कि वह ईरान पर इस हमले का आरोप लगा दें। वह यमन के असांरुल्लाह से चोट खाना स्वीकार नहीं करना चाहते हैं इस लिए ईरान पर आरोप लगा रहे हैं। वैसे भी अमरीका और उसके घटकों को ईरान से चोट खाने और हर चोट पर ईरान का नाम लेने की आदत सी पड़ गयी है और कोरिया टाइम्ज़ के अनुसार अगर पृथ्वी से कोई उल्का पिंड टकरा जाए तो अगर अमरीका ईरान का नाम ले तो इस पर हैरत नहीं होगी।

लगभग एक साल पहले अमरीका के रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा था कि अगर अमरीका मदद न करता तो एक हफ्ते में सऊदी अरब ईरान से हार जाता और सऊदियों को फारसी बोलना पड़ती। ट्रम्प ने भी सऊदियों को खूब डराया जिसके बाद सऊदी अरब ने कई सौ अरब डॉलर के हथियार अमरीका से खरीदे और अमरीका ने पीठ थपथपाई के अब परेशान न हो कोई तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता मगर हुआ क्या ? यमन के एक संगठन ने हमला किया और अमरीका के अत्याधुनिक हथियार और रक्षा व्यवस्था सऊदी अरब को बचा नहीं पायी।

सऊदी अरब कुछ मिसाइलों और ड्रोन विमानों के टुकड़े दिखा कर कह रहा है कि इसमें ईरान का हाथ है और इसका सब से बड़ा सुबूत यह पेश कर रहा है कि यमन के अंसारुल्लाह में इतना सटीक हमला करने की क्षमता नहीं है। सऊदी अरब, ईरान के कुल बजट से दोगना रक़म केवल हथियारों की खरीदारी पर खर्च करता है। यह सारे हथियार अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन, ईरान से डरा कर सऊदी अरब को बेचते हैं लेकिन कुवैत के पूर्व सांसद नासिरुद्दुवैला सऊदी तेल कारखानों पर अंसारुल्लाह के हमले के बाद ट्वीट करते हैं कि

कुवैत के पूर्व सांसद नासिरुद्दुवैला का ट्वीट

” आज ईरान ने एक छींक मारी और कई हफ्तों के लिए सऊदी अरब का आधा तेल उत्पादन रुक गया तो तुम ईरान से युद्ध कैसे करोगे? कुछ लोग मुझे गद्दार कह रहे हैं, कुछ दूसरे मेरी बात को शर्मनाक! क्योंकि वह सच्चाई पसन्द नहीं करते क्योंकि सच्चाई कड़वी है मैं दोहरा रहा हूं, अधिक शक्तिशाली दुश्मन से युद्ध आत्महत्या है, कोई और रास्ता खोजें, ट्रम्प की बात पर भरोसा न करें, अगर युद्ध हो गया तो अरबों के तेल की एक बूंद नहीं रहेगी और हमें फिर रेगिस्तानों में बंजारों की तरह रहने लगेंगे। “

अमरीका ने पेट्रियाॅट एन्टी मिसाइल सिस्टम देकर सऊदी अरब से मोटी रक़म ली है –

अमरीका और पश्चिमी देश अपने अत्याधुनिक साधनों के साथ यह पता लगाने में जुटे हैं कि यह हमला हुआ कैसे? करोड़ों डॉलर की अमरीकी एन्टी मिसाइल व्यवस्था को ड्रोन विमानों ने कैसे चकमा दे दिया? यमन के असांरुल्लाह ने दस छोटे छोटे ड्रोन विमानों से वह काम कर दिखाया जिसके बारे में अमरीकी और सऊदी सोच भी नहीं सकते थे इसी लिए वह सकते में हैं मगर ट्रम्प और इन विशेषज्ञों को कुरआने मजीद का सूरए फील पढ़ना चाहिए जिसमें हाथियों के साथ काबे पर चढ़ाई करने वाले अबरहा नामक राजा की सेना को, अबाबील जैसी छोटी छोटी चिड़ियों के दल ने पंजों और मुंह में पत्थर लेकर उसके सैनिकों पर बरसाए। अरबी में हाथी को ” फील” कहा जाता है। क़ुरआने मजीद के सूरए फील में संक्षेप में इस घटना का वर्णन इस प्रकार से किया गया हैः

” अल्लाह के नाम से जो अत्यन्त दयावान और कृपालु है, क्या तुम ने यह नहीं देखा कि हाथी वालों वालों के साथ तुम्हारे पालनहार ने क्या किया? क्या उनके धोखे को प्रभावहीन नहीं बनाया? और उन पर अबाबीलों के गुट के गुट नहीं भेजे? जिन्होंने सैनिकों पर नर्क की कंकरियां बरसाईं, तो वह सब चबाए हुए भूसे की तरह हो गये। ”

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