इसके बाद कोई और कितना गिरेगा ? देश के इतिहास में पहली बार किसी प्रधान मंत्री के बयान को असंसदीय और आपत्तिजनक मानकर राज्यसभा के रिकॉर्ड से बाहर किया गया प्रधानमंत्री पद का इससे बड़ा अपमान और क्या हो सकता है .राज्यसभा सचिवालय के अनुसार उपसभापति पद के चुनाव में कांग्रस के उम्मीदवार बी के हरिप्रसाद के बारे में की गयी टिप्पणी को आपत्तिजनक बताने वाली एक शिकायत पर सभापति ने यह फैसला किया। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले द्वारा भी हरिप्रसाद के बारे में की गई एक टिप्पणी को नायडू ने सदन की कार्यवाही से हटा दिया। बोलने से पहले कुछ सोचते क्यों नहीं हैं ये लोग और पद की गरिमा भी भूल जाते हैं संसद को चुनाव की रैली का मैदान समझने वालों को यह चूक आगे भारी भी पड़ सकती है ।