रिपोर्ट-विपिन निगम
कन्नौज(यूपी): राजकीय मेडिकल कॉलेज में एनएमसी बिल के विरोध में डॉक्टरों व एमबीबीएस छात्रों ने ताला बंदकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रो ने ओपीडी बंद करके केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया। ब्रिजकोर्स की मान्यता के लिए भी छात्रों ने केन्द्र सरकार को जमकर कोसा। डॉक्टरों की हड़ताल से दवा लेने आये सैकड़ों मरीज बिना दवा लिए ही वापस हो गए। केन्द्र सरकार द्वारा एनएमसी बिल पारित होने के विरोध में राजकीय मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर भड़क गए। गुरुवार को ओपीडी बंद कराके डॉक्टरों ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। डॉक्टरों और एमबीबीएस छात्रों ने पट्टियां बनाकर कॉलेज परिसर में घूम-घूमकर प्रदर्शन किया। ब्रिजकोर्स की मान्यता देने के विरोध में भी डॉक्टरों ने केन्द्र सरकार को जमकर कोसा। जूनियर डॉक्टरों के साथ-साथ एमबीबीएस कर रहे छात्र-छात्राओं ने भी उनका साथ दिया। छात्रों ने कहा कि केन्द्र सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है। जिसका वह विरोध करेंगे। इसमें चिकित्सा शिक्षा के डॉक्टर शामिल नहीं हुए और न ही एसआर वर्ग के डॉक्टर शामिल हुए। डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजो में हड़कम्प मच गया। दूर दराज से आये सैकड़ों मरीज बिना दवा लिए ही वापस लौट गए। अगौस गांव से जवाहर लाल ने बताया कि बुखार की दवा लेने आए थे लेकिन नहीं मिली। विसैनेपुर्वा से पहुंचे राजीव कुमार ने बताया कि चोट लग जाने से इलाज कराने आए लेकिन उपचार नहीं हुआ। कई मरीज मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को कोसते चले गए।