फतेहपुर – ओवरलोड वाहनों के लगातार गुजरने से करोड़ों से बनी रोड़ों का सत्यानाश हो रहा है मगर ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगा पाने में टीम विफल साबित हो रही है। वहीं एआरटीओ के यह कहने पर कि ओवरलोड पर पूर्णतया लगाम लग गया है कि पोल जिलाधिकारी ने खोल दी। वह एक हफ्ते पूर्व स्वयं रोड पर निकले और एक ही रोड से 52 ओवरलोड ट्रकों को पकड़वाया और उन पर नियमानुसार कार्यवाही की। इस कार्यवाही ने एआरटीओ और पुलिस की कार्यशैली की पोल खोल दी। हालांकि जिलाधिकारी के रोड में निकलने से वाहन स्वामियों में हड़कम्प मचा रहा लेकिन यह भय एक दो दिन तक ही चला और अब फिर ओवरलोड धड़ल्ले से शुरू हो गया। इस बार जिलाधिकारी से बचने के लिए गाड़ियों में तिरपाल लगाकर देर रात निकाला जा रहा है, साथ ही भारी संख्या में गाड़ियों ने शहर के अंदर से न निकलकर नया रास्ता खोज लिया है अब यह गाड़ियां शाह के आगे और शहर के पहले से निकल रहे बाईपास से कोराई मोड़ होकर गुजर रही हैं और कुछ गाड़ियां ललौली से जोनिहां होते हुए सहिली के रास्ते से निकल रही हैं। वहीं कई वाहन स्वामियों ने ओवरलोड से बचने के लिए गाड़ियों की चेंचिस में ही हेरफेर कर रखा है जिससे गाड़ी में माल मानक से ज्यादा आ जाये मगर वह ओवरलोड के दायरे में न आएं। चूंकि प्रथम दृष्टया टीम उन ट्रकों को ही रोकती है जो ऊंचाई में अधिक भरे नजर आते हैं जबकि यह ऊंचाई की जगह लंबाई में ओवरलोड होता है, यह सब खेल जिलाधिकारी के संज्ञान में आने पर उन्होंने एआरटीओ को जमकर फटकार लगाई थी मगर अभी तक एआरटीओ द्वारा चिन्हित करके ऐसे किसी वाहन पर कार्यवाही नही की गई जो चेंचिस बढ़ाकर ओवरलोड करते हैं।अब इसे एआरटीओ की लापरवाही कहें या मिलीभगत। मगर इसकी आंड में जमकर ओवरलोडिंग हो रही है।