रिपोर्ट- विपिन निगम
न्यूज डेस्क(यूपी)कन्नौज: जनपद कन्नौज में तहसील का औचक निरीक्षण करने पहुंचे डीएम के सख्ती दिखने से तहसीलकर्मियों में मचा हड़कंप। निरीक्षण के दौरान कई खामियां मिलने पर कर्मचारियों को लताडते हुए उन्हें कार्रवाई की करने की चेतावनी दी। वहीं लापरवाही बरतने वाले नायब नाजिर और डब्लूबीएन के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के साथ उपजिलाधिकारी को निर्देश दिए गए। जबकि कक्ष से गैरहाजिर मिलने पर पूर्ति लिपिक का एक दिन का वेतन काटे जाने की कार्रवाई की गई।
गुरुवार को डीएम रवींद्र कुमार अचानक तहसील पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले उपजिलाधिकारी गौरव शुक्ला के कार्यालय में कार्यों की समीक्षा की। इसके बाद उन्होनें तहसील के सभी कक्षों का निरीक्षण किया। इस दौरान डब्लूबीएन सर्वेश श्रीवास्तव राजस्व कार्यों में लापरवाही बरतते मिले। साथ ही स्टांप व बिजली वसूली भी कम मिली। इसके अलावा महत्वपूर्ण अभिलेख भी व्यवस्थित ढंग से न रखे मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए एसडीएम को विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। नायब नाजिर सुरेन्द्र सिंह द्वारा किसी भी प्रकार की पंजिका मौके पर प्रस्तुत न करने व कैशबुक, चेक पंजिका आदि न उपलब्ध कराए जाने पर डीएम ने एसडीएम को निर्देश दिए कि यदि एक सप्ताह में समस्त लेखा कार्यों को एक सप्ताह में पूर्ण न करने पर एसडीएम को एफआईआर दर्ज कराकर विभागीय कार्रवाई के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के भी निर्देश दिए। इसके बाद डीएम ने पूर्ति कार्यालय का निरीक्षण किया। जिसमें अभिलेखों का रखरखाव दुरूस्त न मिलने तथा लिपिक जावेद अख्तर के गैरहाजिर मिलने पर जिलाधिकारी ने लिपिक का एक दिन का वेतन रोके जाने हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए। साथ ही पूर्ति विभाग के कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अव्यस्थित अभिलेखों को रविवार तक शीघ्र दुरूस्त कर उसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। इस दौरान तहसीलदार अभिमन्यु कुमार व नायब तहसीलदार सौरभ यादव आदि मौजूद रहे।
बिक्री हुए स्टांपों की रिपोर्ट रोजाना उपलब्ध कराएं
डीएम ने उपकोषागार के अभिलेखों का निरीक्षण किया, जिसमें प्रमाणीकरण व स्टांप बिक्री, लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी किए जाने वाले सुरक्षा प्रमाण पत्र का अवलोकन किया। जिसमें सुरक्षा प्रमाण पत्र के पांच वर्ष की अवधि पूर्ण होने पर उसे तत्काल नवीनीकृत कराने के निर्देश दिए। साथ ही उपकोषागार में अभिलेखों का रखरखाव दुरूस्त करने और बिक्री होने वाले स्टांपों की रिपोर्ट प्रतिदिन तहसीलदार को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
आबकारी निरीक्षक का कक्ष मिला, तैनाती नहीं
डीएम ने निरीक्षण के दौरान आबकारी निरीक्षक को नामित कक्ष का भी अवलोकन किया, जिसमें उपजिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि आबकारी निरीक्षक को कक्ष नामित किए जाने के उपरांत भी उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं की गई। साथ ही रखरखाव भी अस्त-व्यस्त मिला। इस पर उन्होंने आबकारी विभाग को निरीक्षक को तैनात करते हुए अभिलेखों के रखरखाव को दुरूस्त कराए जाने के लिए पत्र लिखे जाने के निर्देश दिए।