रिपोर्ट – पप्पू लाल शर्मा
नई दिल्ली – भारतीय रिजर्व बैंक ने दिवाली से पहले लोगों को बड़ा तोहफा देते हुए ब्याज दर में कटौती की है. आरबीआई ने मौद्रिक नीति की समीक्षा करते हुए रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट यानी चौथाई फीसदी तक की है. रेपो रेट घटने के बाद अब बैंक भी ब्याज दर कम करेंगे और लोगों को होम लोन, ऑटो लोन आदि की ईएमआई कम हो जाएगी. कटौती के बाद इस साल अब तक ब्याज दर में 1.35 फीसदी तक की कटौती हो चुकी है. रेपो रेट अब घटकर 5.15 फीसदी रह गई है।
क्या होती है रेपो रेट
बैंक जिस दर पर RBI से लोन लेते हैं वह रेपो रेट कहलाती है यानी यह बैंकों के लिए फंड की लागत होती है. यह लागत घटने पर बैंक अपने लोन की ब्याज दर भी कम करते हैं. इस बारे में रिजर्व बैंक की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति कमिटी (MPC) निर्णय लेती है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने दिए थे संकेत
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास पहले ही संकेत दे चुके थे कि मुद्रास्फीति के अनुकूल दायरे में रहने से नीतिगत दर में नरमी की और गुंजाइश हो सकती है. रिजर्व बैंक ने बैंकों से एक अक्टूबर से अपने सभी कर्ज को बाहरी मानक मसलन रेपो दर से जोड़ने को कहा है. इससे रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दर में कटौती का लाभ अधिक तेजी से उपभोक्ताओं को मिल सकेगा।