पाकिस्तान में मौजूदा शहबाज सरकार का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। इसी के साथ पाकिस्तान में जल्द ही आम चुनाव देखने को मिल सकते हैं। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नौ अगस्त को नेशनल असेंबली को भंग करने की घोषणा की है और चुनाव न होने तक पाकिस्तान का कार्यवाहक प्रधानमंत्री कौन होगा अब इस पर चर्चा चल रही हैं।
गठबंधन सहयोगियों ने शुक्रवार को कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति पर चर्चा की और उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी और बलूचिस्तान के स्वतंत्र विधायक असलम भूतानी के नाम के सुझाव दिए। एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में सहयोगी दलों के सदस्यों द्वारा आयोजित जूम बैठक में पूर्व वित्त मंत्री हाफिज शेख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के पूर्व प्रधान सचिव फवाद हसन फवाद भी उन नामों में शामिल थे, जिन पर चर्चा की गई थी।
बैठक में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। सूत्र ने कहा कि गठबंधन दलों ने आगे परामर्श और बैठकें जारी रखने का फैसला किया है। पीपीपी, जो सत्तारूढ़ गठबंधन में प्रमुख सहयोगियों में से एक है, किसी भी राजनीतिक दल से कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुनने के विचार से असहमत है।
पीएम शहबाज ने नेशनल असेंबली भंग करने की घोषणा की
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नौ अगस्त को नेशनल असेंबली को भंग करने की घोषणा की है। पाक मीडिया के मुताबिक, गुरुवार को संसद के सदस्यों के सम्मान में आयोजित रात्रिभोज में संसदीय नेताओं से मुलाकात के बाद पीएम शहबाज ने यह निर्णय लिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान देश के राजनीतिक हालात पर गहन चर्चा की गई। पीएम शहबाज शरीफ नकदी संकट से जूझ रहे देश में आम चुनाव के लिए मंच तैयार करने की सिफारिश करेंगे।
प्रधानमंत्री शहबाज ने आश्वासन दिया कि विपक्ष के साथ तीन दिनों के परामर्श के बाद वह कार्यवाहक प्रधानमंत्री का नाम राष्ट्रपति को सौंपेंगे। हालांकि, अगर कोई समझौता नहीं होता है, तो पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) हस्तक्षेप करेगा और प्रस्तावित नामों में से कार्यवाहक प्रधानमंत्री पद के लिए एक उम्मीदवार को नामित करेगा।