रिपोर्ट-विपिन निगम
न्यूज़ डेस्क (यूपी) लखनऊ: घूस लेते रंगेहाथ पकड़े गए दागी इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, बीएसए कार्यालय व पंचायत के लिपिक की संपत्तियों की जांच होगी। एंटी करप्शन विभाग टीम ने जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है। जल्द ही शासन की ओर से फैसला लिया जाएगा।
एंटी करप्शन टीम ने दो दिन पहले कानपुर देहात क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर रामवीर सिंह को दबोचा था। उन पर जांच खत्म करने के नाम पर 10 हजार रुपए लेने का आरोप है। इसी तरह से कानपुर देहात बीएसए कार्यालय के लिपिक जसीम अहमद को पकड़ा गया था। उन पर विद्यालय प्रबंधक के दस्तावेज सत्यापन के नाम पर 20 हजार रुपए लेने का आरोप है।
कौशाम्बी के चायल नगर पंचायत में प्रधानमंत्री
आवास की हर किस्त पर बाबू देवानंद 10 हजार रुपए रिश्वत लेता था। उसे भी रंगे हाथ पकड़ा गया। धारा कम करने के बदले में पैसा लेते हुए कानपुर देहात डेरापुर थाने के काधी चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह को पकड़ा जा चुका है। इन चारों की संपत्तियों की जांच की तैयारी चल रही है। रिपोर्ट पर स्वीकृति आते ही कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
सिपाही व दरोगा की भी जांच होगी
चकेरी थाने में एसटीएफ में तैनात सिपाही शिवेंद्र सिंह सेंगर और काकादेव थाने में सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह चंदेल के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कराया जा चुका है। अब उनकी संपत्तियों की विस्तृत जांच की तैयारी हो रही है।