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Thursday, May 9, 2024

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चौतरफा बाढ़ के कहर से खतरे में जिंदगी।

रिपोर्ट- विपिन निगम

न्यज डेस्क(यूपी) औरैया : औरैया मे यमुना का जलस्तर लगातार बढता जा रहा है। एक सप्ताह से जलस्तर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कारण अब हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। बुधवार को यह 117.20 मीटर पहुंच गया है। अजीतमल व अयाना क्षेत्र के दर्जन भर गांवों में पानी भर गया है। कई परिवारों को बाहर निकाला गया है। कई लोग गृहस्थी का सामान लेकर घरों की छत पर डटे हैं। एनडीआरएफ की टीम बचाव राहत कार्य के लिए आ गई है।

धीरे धीरे यमुना में बढ़ रहे जलस्तर से स्थिति विकराल होती चली जा रही है। दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आकर टापू बन चुके हैं। कई गांव पूरी तरह से डूबने की कगार पर हैं। बाढ़ का विकराल रूप देखते हुए प्रशासन ने गोताखोरों और नाविकों को भी अलर्ट कर दिया है। तहसील अजीतमल क्षेत्र में प्रशासन ने 17 गोताखोरों को चिह्नित किया है। कस्बा मुरादगंज में रखी नावों के नाविकों को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं। कई लोग राहत कार्य के लिए अपनी छोटी छोटी नावों से लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं। एनडीआरएफ की एक टीम भी पहुंच गई। वह राहत कार्य में जुटी हैं। केंद्रीय जल आयोग के जेई कुलदीप कुमार का कहना है कि 3 से 4 सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से यमुना बढ़ी है। उदी की तरफ चंबल में ठहराव आया है। देर रात के बाद पानी स्थिर होने की संभावना हैं।

सबसे अधिक प्रभावित गांव

बड़ैरा, गौहानी कला, सिकरोड़ी, मिश्रपुर मानिकचंद, जाजपुर, फरिहा गूंज, जुहीखा, बीसलपुर गांव की हालत अत्यधिक गंभीर है। गांव के दर्जनों परिवार पलायन कर चुके हैं। यदि यही हालात रहे तो सुबह तक और अधिक ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे। इन गांव में जिलाधिकारी अभिषेक सिंह, पुलिस अधीक्षक सुनीति, उप जिलाधिकारी राशिद अली खान, तहसीलदार संध्या शर्मा, क्षेत्राधिकारी कमलेश पांडे, कोतवाली निरीक्षक राजेश पांडे, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विमल कुमार, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. उमेश राजपूत पूर्ति निरीक्षक रामराज यादव, उपखंड अधिकारी विद्युत विनोद शुक्ला की टीम बनाकर स्थिति पर नजर रखते के निर्देश दिए गए हैं।

कई वर्षो का रिकार्ड टूटा

1996 में आई बाढ़ से सिकरोड़ी, मिश्रपुर मानिकचंद, गौहानी कला आदि गांव की गलियों में पानी भर गया था। लेकिन तबाही होने से बच गई थी। तीन दिन बाद बाढ़ खत्म होना शुरू हो गई। करीब 29 साल पहले 1980 में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया था। करीब एक सप्ताह तक बाढ़ की स्टेज से लोगों को जूझना पड़ा था। इस बार आई बाढ़ ने वह सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। बीते 9 सितंबर से धीरे-धीरे बढ़ती यमुना ने आज दर्जनों गांव को अपनी चपेट में ले लिया।

राशन डीलरों को दिए राशन मुहैया कराने के आदेश

पूर्ति विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित परिवारों को राशन मुहैया कराने के लिए राशन डीलरों को आदेशित किया गया है। पूर्ति निरीक्षक रामराज ने बताया कि स्टीमर, मोटर वोट को पेट्रोल उपलब्ध कराया जा रहा है। बाढ़ से प्रभावित परिवारों को राशन और खाने-पीने आदि के लिए राशन डीलरों के माध्यम से व्यवस्था की जा रही है। मवेशियों को पशु विभाग ने दी चिकित्सा

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