रिपोर्ट-विपिन निगम
न्यूज डेस्क (यूपी) कन्नौज: कोरोना से बचाव के मध्यनज़र शादी में भीड़ भी जमा नहीं करनी थी और फिर रविवार को जनता कफ्र्यू की घोषणा हो गई थी इसलिए पिता ने अनोखा फैसला किया। बेटी की शादी 22 मार्च को थी लेकिन उसने दूल्हा पक्ष से बात की और बेटी को एक दिन पहले 21 मार्च को ही शादी कराकर ससुराल विदा करा दिया। कस्बे में इस शादी की चर्चा है। लोगों ने पिता के इस साहस की सराहना की है। नगर के ऊपर टीला निवासी मोहम्मद यासीन की पुत्री सौजिया नाज की शादी मोहम्मद सलमान पुत्र मोहम्मद अब्दुल सलमान निवासी छिबरामऊ के साथ तय हुई थी। बारात 22 मार्च को आनी थी। कस्बा भोगांव के शांति गार्डन में शादी का कार्यक्रम होना था। कार्ड भी बांट दिए गए थे। रिश्तेदार भी सब आ गए थे। दावत भी 22 को ही गार्डन में करने के कार्ड भेजे गए थे। लेकिन इसी बीच कोरोना का डर फैल गया। 22 को जनता कफ्र्यू की अपील कर दी गई इसलिए दुल्हन के पिता मोहम्मद यासीन ने दूल्हा पक्ष के लोगों से बात की और शादी एक दिन पहले करने का फैसला किया। दूल्हा पक्ष तैयार हो गया।
शादी में आए लोगों से बचाव की अपील भी की गई
शनिवार को रिश्तेदारों के बीच कुछ लोगों की बारात आयी और आनन-फानन में निकाह करा दिया गया। दोनों ही पक्षों ने रिश्तेदारों से अपील भी की कि कोरोना से डरने के बजाय सजग रहें और बचाव करें। कस्बे के लोगों ने इस शादी की सराहना की है। हालांकि यासीन का ये भी कहना था कि उनकी बड़ी इच्छा थी कि वह बेटी की शादी में बड़ी दावत करें, बारातियों की खूब खुशामद की जाए। लेकिन देश और समाज हित पहले है। पहले हमें कोरोना से बचना है। इस तरह के आयोजन तो जीवन में फिर कभी हो जाएंगे। शादी एक दिन पहले हुई तो किसी को भी कोई असुविधा नहीं हुई। दूल्हा-दुल्हन भी शादी को लेकर खुश थे।