रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
झारखंड – राज्य में एक युवक की पीट-पीटकर हत्या किए जाने को ‘जघन्य अपराध’क़रार देते हुए मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों का उद्देश्य सरकार द्वारा बनाए गए सकारात्मक माहौल को प्रभावित करना है।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत के झारखंड राज्य में 24 वर्षीय युवक की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना को ‘जघन्य अपराध’ क़रार देते हुए मोदी सरकार के केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने मंगलवार को कहा कि लोगों का गला दबाकर नहीं, बल्कि गले लगाकर ‘जय श्री राम’का नारा लगाया जा सकता है। हज कोऑर्डिनेटर, हज असिस्टेंट आदि के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में नक़वी ने संवाददाताओं से कहा कि झारखंड की घटना में जो लोग भी शामिल हैं उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि, ‘यह मॉब लिंचिंग की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं, इस तरह की घटनाओं के लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि विकास के एजेंडे पर कोई विध्वंसक एजेंडा हावी नहीं होना चाहिए। जय श्रीराम गला दबाकर नहीं, गले लगाकर बोला जा सकता है।’ नक़वी ने कहा, ‘जो लोग ऐसी चीज़ें ऐसी करते हैं उनका केवल एक उद्देश्य है सरकार द्वारा बनाए गए सकारात्मक माहौल को प्रभावित करना। उन्होंने कहा कि कुछ घटनाएं हो रही हैं, उनको रोका जाना चाहिए।’
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह भारत के झारखंड राज्य के सरायकेला खरसावां ज़िले में भीड़ द्वारा एक मुस्लिम युवक को चोरी के आरोप में बांधकर पीटे जाने की घटना सामने आई थी। 24 साल के तबरेज़ अंसारी को चोरी के आरोप में कथित तौर पर घंटो पीटा गया और उनसे ‘जय श्रीराम’ और ‘जय हनुमान’ के नारे लगवाए। बाद में अस्पताल में अंसारी की मौत हो गई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों को गिरफ़्तार किया है और दो पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जिसे बुधवार तक अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।