विश्व स्वस्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि अमेरिका में जितनी तेज़ रफ़तार से कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है उसे देखते हुए ये आशंका है कि यह देश यूरोप के बाद अब कोरोना का अगला केन्द्र बन जाएगा।
विदेश – डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मारग्रेट हैरिस ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम अमरीका में बहुत भारी पैमाने पर कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या में वृद्धि देख रहे हैं और लगता है कि अमरीका के अंदर इस प्रकार की परिस्थितियां हैं कि वह कोरोना का अगला केन्द्र बन जाएगा।
अमरीका में 33 हज़ार 400 कोरोनो के मरीज़ हैं जबकि 400 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। न्यूयार्क और लास एंजेलेस सहित कई राज्यों ने अपातकाल की घोषणा कर दी है ताकि बीमारी के प्रसार को रोका जा सके मगर अभी पूरे देश को लाक डाउन नहीं किया गया है जिस तरह इटली और फ्रांस में हुआ है।
डाक्टरों को यह समस्या है कि जिस पैमाने पर टेस्ट की सुविधा की ज़रूरत है वह मौजूद नहीं है और उन्हें ज़रूरी मात्रा में मेडिकल उपकरण और सामान मिल नहीं पा रहा है।
रोयटर्ज़ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 33 करोड़ की आबादी वाले देश में केवल 60 हज़ार लोगों का ही टेस्ट हो पाया है।
रविवार को न्यूयार्क के मेयर बिल डी ब्लासियो ने चेतावनी दी कि बड़े पैमाने पर मेडिकल सुविधाओं और संसाधनों के भारी अभाव से हम केवल दस दिन दूर हैं। उन्होंने कहा कि यदि हमें अधिक संख्या में वेंटीलेटर मशीनें न मिलीं तो लोगों की जान जाएगी।
साभार पी.टी.