भाजपा सरकार में लेखपालों के हौसले बुलंद सरेआम मांगते हैं रिश्वत।
रिपोर्ट- विपिन निगम
जनपद कन्नौज के हसेरन में पट्टा देने के नाम पर ग्रामीणों से लेखपाल द्वारा धन उगाही का समाचार प्रकाशित होने के बाद बौखलाए लेखपाल ने समाचार संकलन करने वाले पत्रकार को धमकी दे डाली। इसका आडियो टेप तेजी से वायरल हो रहा है। उधर लोकभारती समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए उप जिलाधिकारी तिर्वा ने आरोपी लेखपाल की जांच का आश्वासन दिया है और कहा कि शिकायत मिलने पर जांच के बाद जो सामने आएगा उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी। इधर अपने ऊपर लग रहे अवैध धन उगाही के आरोपो पर पर्दा डालने के लिए लेखपाल विवेक पाल ने सवाल पूछ रहे दैनिक लोकभारती के हसेरन प्रतिनिधि दिनेश भदौरिया को ही आड़े हाथों लेते हुए उल्टी सीधी बातें करना शुरू कर दिया और धमकी देते हुए भारी नुकसान पहुंचाने की धमकी दी।
ज्ञातव्य हो कि ग्राम सभा सकतपुर व सादिकपुर के ग्रामीणों ने विगत दिवस पूर्व क्षेत्रीय लेखपाल विवेक पाल पर आरोप लगाया था कि उसने पट्टे के नाम पर ग्रामीणों से लाखों रूपये ठगे और तबादला होने के बाद पट्टा नहीं हो सका। जिससे ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीण बेचेलाल, राम दर्शन, पातीराम, शुगर सिंह, उदय पाल, प्रदीप, कौशलेंद्र, महेश चंद, आशी लाल, राम रतन, मुलायम, इंद्रपाल, भजनलाल, जसकरण, मंजू देवी ने बताया कि लेखपाल ने हम लोगों को पट्टा देने की बात कहकर 10 हजार से 30 हजार तक की रिश्वत लेने के बाद भी हम लोगों को न ही जमीन मिली और न ही लेखपाल द्वारा हमारे रुपए वापस किए गए। यदि लेखपाल द्वारा हम ग्रामीणों के पैसे वापस न किये गये तो हम ग्रामीण आन्दोलन के लिये विवस होंगे। जब इस संबंध में लेखपाल विवेक कुमार पाल से लोकभारती प्रतिनिधि द्वारा फोन पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो पात्र थे उनको जमीन दे दी गई है। इस मामले पर जब जिला प्रतिनिधि द्वारा उप जिलाधिकारी तिर्वा महेन्द्र सिंह से दूरभाष पर बात की गई तो उन्होने कहा कि मुझे इस मामले की जानकारी नही है। यदि ऐसा मामला मेरे संज्ञान में आएगा तो उस पर कार्यवाही की जायेगी। वहीं पीड़ित समाचार प्रतिनिधि ने मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की बात कही है।