कन्नौज (यूपी) सत्ता में होने के बावजूद महज सात सीट पर सिमटने से भाजपा सकते में है। छह सीट पर प्रत्याशी उतारने वाली बसपा के एक प्रत्याशी ने जीत हासिल कर पार्टी की लाज रख ली। निर्दलियों ने इस चुनाव में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है।
पिछले चुनावों में सांसदी, दो विधायकों की सीट गंवाने के बाद खोया जनाधार तलाश रही सपा को जिला पंचायत चुनाव ने ऑक्सीजन दे दिया है। सपाइयों ने जिला पंचायत की 28 में 14 सीट हासिल की है। हालांकि इसमें तीन बागी हैं। दूसरी ओर सत्ता में होने के बावजूद महज सात सीट पर सिमटने से भाजपा सकते में है।
छह सीट पर प्रत्याशी उतारने वाली बसपा के एक प्रत्याशी ने जीत हासिल कर पार्टी की लाज रख ली। निर्दलियों ने इस चुनाव में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में इनकी भूमिका अहम होगी। कन्नौज संसदीय सीट से सांसद भाजपा के सुब्रत पाठक हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को हराकर सपा से यह सीट छीनी थी।
विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की लहर थी। जिले की तीन सीट में से दो विधायक भाजपा के चुने गए। इसमें तिर्वा से कैलाश राजपूत और छिबरामऊ से अर्चना पांडेय विधायक हैं। भाजपा की लहर में भी सदर विधायक की सीट सपा के अनिल दोहरे ने जीती थी। जिला पंचायत चुनाव का परिणाम आने के बाद सपाइयों में फिर उत्साह आ गया है।