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Sunday, May 5, 2024

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पत्नी को गुजारा भत्ता की रकम चुकाने के लिए भांजे के अपहरण।

रिपोर्ट-विपिन निगम

लखनऊ(यूपी): यूपी के बाराबंकी जिले में पत्नी को गुजारा भत्ता की रकम चुकाने के लिए भांजे के अपहरण मामले में 25-25 हजार के इनामियां चार बदमाशों को पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस ने चोरों शातिरों को नगर कोतवाली क्षेत्र के असेनी मोड़ के पास सोमवार की भोर हुई मुठभेड़ में पकड़ा। आरोपियों के पास से दो तमंचे व जिंदा कारतूस बरामद किया है। आरोपियों को जेल भेजा गया है।

पुलिस पर झोंका फायर

फतेहपुर कोतवाली के ग्राम नहरवल निवासी धर्मेंद्र कुमार के पुत्र आरुष पटेल का अपहरण 15 जुलाई को हो गया था। बदमाशों द्वारा 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। इस मामले में धर्मेंद्र ने अपने साले राजू उर्फ सुधीर व संजीत पुत्र विश्वनाथ निवासी मोहम्मदपुर थाना कोतवाली शहर को नामजद किया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी आरएस गौतम व सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह के नेतृत्व में नगर कोतवाल धर्मेंद्र सिंह रघुवंशी और स्वाट/सर्विलांस टीम ने आरुष को संडीला हरदोई से बरामद कर लिया था। साथी ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पूछताछ व विवेचना में अपहरण कांड में जोगी उर्फ मो. इरशाद निवासी मोहान थाना हसनगंज लखनऊ, राजू उर्फ सुधीर पुत्र विश्वनाथ निवासी ग्राम मोहम्मदपुर थाना नगर कोतवाली, रामजी पुत्र पुत्तीलाल निवासी चांदू दिवारी थाना कासिमपुर जिला हरदोई व जितेंद्र कुमार उर्फ हरियाली पुत्र कृष्ण रावत निवासी ग्राम मोहान थाना हसनगंज जिला लखनऊ का नाम प्रकाश में आया। इन चारों आरोपियों के असेनी आने की सूचना पर कोतवाली नगर निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह रघुवंशी व स्वाट टीम के प्रभारी हरिश्चंद्र यादव ने पुलिस सोमवार की भोर असेनी मोड़ पर चेकिंग लगा रखी थी। भोर करीब तीन बजे अपहृता आए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। मशक्कत के बाद चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

बरामद हुए दो तमंचा

पुलिस ने चारों आरोपियों के पास से एक कार, तीन मोबाइल व दो तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

कबूला किया गुनाह

पूछताछ के दौरान आरोपी राजू उर्फ सुधीर ने बताया कि उसका पत्नी से विवाद चल रहा है। मामला न्यायालय में विचाराधीन है। पत्नी को गुजारा भत्ता दिए जाने संबंध में जल्द ही निर्णय आने वाला है। ऐसे में उसे पैसे की जरुरत थी। जिससे उसने अपने सगे भांजे आरुष का अपहरण किया था।

चारों पर था 25-25 हजार का इनाम : अपहरण और फिरौती के मामले को पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने गंभीरता से लिया। इन चारों शातिरों का नाम प्रकाश में आने एसपी ने चारों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम रखा था। पुलिस को अंदेशा था कि आरुष की हत्या भी हो सकती थी।

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