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Monday, May 6, 2024

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परमाणु समझौते से निकलने पर ईरान का ट्रम्प को शानदार तोहफ़ा ।

रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने

ईरान का संवर्धित यूरेनियम भंडार परमाणु समझौते की सीमा 300 किलोग्राम को पार गया है।

26 जून को ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रवक्ता बहरूज़ कमालवंदी ने घोषणा की थी कि अगले 10 दिनों में ईरान का संवर्धित यूरेनियम भंडार 300 किलोग्राम की सीमा को पार कर जाएगा, जो परमाणु समझौते के तहत निर्धारित की गई थी।

सोमवार को ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ का कहना था कि तेहरान ने कम स्तर के यूरेनियम का संवर्धन 300 किलो से अधिक कर दिया है, जिसकी घोषणा परमाणु समझौते के दूसरे पक्षों द्वारा इस समझौते का पालन नहीं करने के कारण पहले ही कर दी गई थी।

ज़रीफ़ ने आगे कहा, पूर्व घोषणा के अनुसार, हम जो कुछ कर रहे हैं उसका हमें अधिकार है और हम इसे जेसीपीओए के तहत अपने अधिकारों का ही एक भाग समझते हैं।

उन्होंने कहा, यह समझौते के 26वें और 36वें अनुच्छेद के आधार पर किया गया है, जिसके अनुसार अगर कोई पक्ष अपने वादों को पूरा नहीं कर रहा है तो दूसरे पक्ष को इसका अधिकार है।

2015 में हुए परमाणु समझौते के तहत ईरान 3.67 प्रतिशत के स्तर तर यूरेनिमय संवर्धन कर रहा है, लेकिन वह इसमें भी वृद्धि करके इसे 20 प्रतिशत तक कर सकता है।

ग़ौरतलब है कि अमरीका मई 2018 में परमाणु समझौते से निकल गया था और मई 2019 में उसने ईरान से तेल आयात करने वाले देशों को दी गई छूट समाप्त कर दी, यूरोप ने परमाणु समझौते को बचाने के लिए 2019 के शुरू में ही ईरान के साथ आर्थिक लेन देन के लिए एक बैंकिंग पैकेज का एलान किया था, लेकिन उसने अभी तक इस पर अमल नहीं किया है।

जिसके बाद ईरान ने मई में परमाणु समझौते के तहत किए गए कुछ वादों पर अमल बंद करने का एलान किया था रऔर यूरोप को 60 दिन का अल्टीमेटम दिया था।

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने तो यहां तक कह दिया था कि ईरान संवर्धित यूरेनिमय के अपने भंडारों की सीमा और भारी पानी की निगरानी को समाप्त कर देगा।

ईरान ने संवर्धित यूरेनियम की मात्रा 300 किलो से अधिक होने की घोषणा ऐसी स्थिति में की है, जब तेहरान और वाशिंगटन के बीच तनाव अपने चरम पर है।

अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने परमाणु समझौते को एक बहुत ही बुरा समझौता बताते हुए उससे निकलने का एलान किया था और साथ ही यह भी दावा किया था कि वह ईरान को एक बेहतर समझौते के लिए मजबूर कर देंगे।

उसके बाद से ट्रम्प ने नए समझौते के लिए ईरान पर दबाव बढ़ाने के लिए कड़े से कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए और मध्यपूर्व में अपना युद्धपोत एवं बमवर्षक तैनात कर दिए।

उसके बाद 20 जून को ईरान ने अपनी वायु सीमा में घुसने वाले अमरीकी ड्रोन विमान को मार गिराया, जिसके बाद ट्रम्प ने ईरान पर हमले की धमकी तक दे डाली।

हालांकि ईरान ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह अमरीका की धमकियों से डर कर वार्ता की मेज़ पर आने वाला नहीं है, बल्कि उसने प्रतिरोध और मुक़ाबले का मार्ग चुन लिया है।

परमाणु समझौते से अमरीका के निकलने और ईरान पर अधिकतम दबाव की ट्रम्प की नीति का परिणाम ग्लोबल हॉक ड्रोन विमान का मार गिराया जाना और 300 किलो से अधिक संवर्धित यूरेनिमय का भंडार है, जो ट्रम्प के लिए एक उपहार है।

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