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Friday, May 3, 2024

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प्रधानमंत्री आवास योजना और शौचालय निर्माण में भी जारी है वसूली का खेल ?

रिपोर्ट स्रोत ( व्हाट्स अप) – प्रेस रिपोर्टर राधेशयाम शास्त्री तहसील प्रभारी सिद्ध भूमि हिंदी समाचार पत्र तमकुही राज संरक्षक ग्रा ़पत्रकार एसोशिएशनब्लॉक दुदही जनपद कुशीनगर 8052855259

उत्तर प्रदेश – कुशीनगर प्रधानमंत्री आवास योजना और शौचालय निर्माण में भी वशुलि का खेल जारी है ब्लॉक के अधिकारी वसूली के इस खेल को सफल बनाने के लिए ग्राम प्रधान तथा ग्राम पंचायत अधिकारियों का उपयोग हथियार के तौर पर कर रहे हैं आए दिन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वसूली करने की शिकायते ब्लाक अधिकारियों को भी मिल रही है यह किया वर्षों सेचली आरही है लेकिन ब्लॉक के अधिकारी शिकायतों पर कार्रवाई करने के बजाय उसे नजर अंदाज करने में जुटे हुए हैं सरकार स्वच्छ भारत मिशन योजना अभियान को सफल बनाने के लिए ब्लॉक क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों को ओडीएफ गांव का दर्जा देकर हर घर को शौचालय मुक्त करने का प्रयास करने में जुटी हुई है इस प्रयास में ब्लॉक के विभिन्न गांव में हजारों की संख्या में शौचालयों का निर्माण कार्य इन दिनों तेजी से चल रहा है शौचालय निर्माण के लिए सरकार के तरफ से सभी लाभार्थियों को ₹12000 की धनराशि प़ोतसाहन राशि के तौर पर दी जा रही है लाभाथियो की माने तो ब्लॉक के जिम्मेदारों की मिलीभगत से स्थानीय स्तर पर प्रधान और सेक्रेटरी मिलकर सभी लाभार्थियों से शौचालय निर्माण के नाम पर 2 से ₹3000 की वसूली करने में जुटे हुए हैं इसी प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना में भी लाभार्थियों की सूची में नाम जुड़ा ने से लेकर दूसरी किस्त का भुगतान कराने के नाम पर वसूली का खेल जारी है तमाम लाभार्थी ऐसे हैं जिनको आवास की पहली किस्त का धन उसे भारी रकम कमीशन के नाम पर चले जाने से ऐसे लाभार्थी अभी तक अपने आवास का निर्माण कार्य भी नहीं शुरू करा सके हैं जिन लाभार्थियों ने पहली किस्त का धन मिलने के बाद वसूली की रकम किन्ही कारणों से नहीं दी है उन्हें दूसरी किस्त का धन रोकने की धमकी प्रधान व सेक्रेटरीद्वारा दी जा रही है प्रधानों द्वारा शौचालय निर्माण हेतु कर्मचारियों से पूर्व में ही भारी धनराशि का खेल जारी करा कर धन का भुगतान करा लिया गया है लेकिन आधी अधूरी निर्माण कार्य कराकर बीच में ही अधूरा छोड़ दिया गया है जिससे शौचालय के लाभार्थी ब्लॉक का चक्कर लगा रहे काफी परेशान हैं गांव में हो रहे शौचालय के निर्माण में मनमानी की हदें पार की जा रही है ऑडिओ डीएफ घोषित कराने के लिए ठेकेदारों से शौचालय बनवाने की होड़ लग गई है मान का ख्याल नहीं रखा जा रहा है और एमबी जारी कराने तक की जरूरत नहीं महसूस की जा रही है आनन फानन में भूगतान किया जा रहा है माने तो गांव में शौचालय का जिम्मा ठेकेदारी प्रथा के भरोसे छोड़ लक्ष्य हासिल करने की जुगत शुरू कर दी है सूत्रों के अनुसार शीघ्र लक्ष्य तक पहुंचने की होड़ में निर्माण सामग्रियोंकी आपूर्ति के लिए फर्म के चयन एवं दरों के निर्धारण के लिए निविदा शर्तों के अनुपालन की जरूरत नहीं समझी गई शौचालय की टंकी पर रखे जाने वाले इस लैब व छत के निर्माण में खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है कुछ ब्लॉकों के ग्राम पंचायतों को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर गांव में शौचालय निर्माण से अनियमितताओ की भरमार है सबसे दयनीय स्थिति ठेके पर बन रहे शौचालय के लिए नहीं बल्कि सिर्फ गिनती की संख्या में आने तक ही सीमित है पता चला है कि पूर्व में पूर्व में जिन लाभार्थियों को शौचालय का निर्माण कराया गया है उनके नाम पिता पता बदल कर वर्ष से शौचालय दिया जा रहा है माने तो इस भ्रष्टाचार के खेल में नीचे से ऊपर तक सभी जिम्मेदार भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबे हुए हैं इस प्रकार सरकार के महत्वपूर्ण योजनाओं को जिम्मेदारों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है गौर करें तो जनपद के दुदही सेवरहीव सुकरौली ब्लाक को छोड़ अन्य विकास खंडों की जांच पड़ताल इमानदारी और निष्पक्षता पूण कराई जाए तो मामले से पर्दा उठ जाएगा विभागीय अधिकारियों व जिम्मेदारों द्वारा स्वच्छ व बेदाग शासन व प्रशासन को बदनाम कर कलंकित करते हुए भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है क्यों इसमें कौन सी राज है जनपद के दुदही सेवराही वह तमकुहीराज में कराए गए संपूर्ण कार्य में हो रहे अनियमितता व वसूली की छानबीन जारी है जो वक्त पर समय पर अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को दृष्टिगत रखते हुए जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो सेकराई जाए तो अनन्य ता व भ्रष्टाचार का सारा पोल खुल जाएगा।

प्रधानमंत्री आवास योजना और शौचालय निर्माण में भी जारी है वशुलि का खेल प्रशासन को बदनाम करने की साज़िश ।

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