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बदले बदले मेरे सरकार नज़र आते हैं… ट्रम्प ने ईरान की तारीफ़ों के बांधे पुल ।

रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने

गुरुवार की सुबह जबसे ईरान ने फ़ार्स खाड़ी में अमरीका का सबसे आधुनिक ड्रोन मार गिराया है और उसी ड्रोन के साथ उड़ान भरने वाले एक अन्य सैन्य विमान को नहीं गिराया, ईरान को लेकर अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प का लहजा पूर्ण रूप से बदल गया है।

विदेश – परमाणु समझौते को रद्दी का टुकड़ा बताकर कूड़ेदान में डालने और ईरान के ख़िलाफ़ कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाकर ज़्यादा से ज़्यादा दबाव बनाकर वार्ता के लिए मजबूर करने और ईरान को मिटाने की धमकी देने वाले ट्रम्प ने कहा है कि अगर ईरान परमाणु बम नहीं बना रहा है तो वह एक समृद्ध देश बन जाएगा और अमरीकी राष्ट्रपति का “सबसे अच्छा दोस्त” हो जाएगा।

यह वही ट्रम्प हैं, जिन्होंने अमरीकी ड्रोन को मार गिराए जाने के बाद ईरान पर हमले के आदेश का दावा किया था, लेकिन हमले से ठीक 10 मिनट पहले उस आदेश को वापस ले लिया। यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि ट्रम्प ईरान के बारे में अपनी आधिकारिक विदेश नीति से पीछे हटते हुए नज़र आ रहे हैं।

ट्रम्प ने परमाणु समझौते से बाहर निकलते हुए वार्ता के लिए ईरान के सामने 12 शर्तें रखी थीं, लेकिन अब उनका कहना है कि अमरीका बिना किसी पूर्व शर्त के ईरान के साथ वार्ता के लिए तैयार है।

हालांकि ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि ट्रम्प ग़ौर विश्वसनीय व्यक्ति हैं और अमरीका जब तक परमाणु समझौते में वापस नहीं लौटता है और ईरान के ख़िलाफ़ लगाए गए प्रतिबंधों को समाप्त नहीं करता है, वाशिंगटन से कोई बात नहीं होगी।

शनिवार को व्हाइट हाउस से कैम्प डेविड के लिए जाते समय ट्रम्प ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, वे (ईरानी) परमाणु बम नहीं बना रहे हैं, हम ईरान को परमाणु बन नहीं बनाने देंगे।

अगर वे इस बात पर सहमत हो जाते हैं तो ईरान एक समृद्ध और अमीर देश बन जाएगा। वे एक ख़ुशहाल राष्ट्र बन जाएगा और मैं उनका सबसे अच्छा दोस्त बन जाउंगा।

ईरान पहले से ही बल देकर कहता रहा है कि परमाणु हथियार बनाने का उसका कोई इरादा नहीं है और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी आईएईए ने अपनी कई रिपोर्टों में इस बात की पुष्टि की है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है।

इस बीच, अमरीकी ड्रोन ग्लोबल हॉक द्वारा ईरान की वायु सीमा का उल्लंघन करने और तेहरान द्वारा उसे मार गिराए जाने के बाद आईआरजीसी की एयरोस्पेस डिविज़न के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अमीर अली हाजीज़ादे ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ईरानी वायु सीमा का उल्लंघन करने का जवाब हमने इस तरह से दिया है, और अगर दोबारा उल्लंघन किया गया तो हमारा जवाब फिर से यही होगा।

इस तरह से हाजीज़ादे ने ट्रम्प के उस दावे को ख़ारिज कर दिया है कि संभवतः ईरान के किसी जनरल की ग़लती या भूल से ग्लोबल हॉक को मार गिराया गया होगा।

इसी के साथ ट्रम्प ने ईरान की उस घोषणा की भी पुष्टि कर दी है, जिसमें कहा गया था कि ग्लोबल हॉक को जब निशाना बनाया गया, उसके साथ ही अमरीका का एक सैन्य विमान भी उड़ रहा था, जिसे चेतावनी देकर हमने छोड़ दिया।

ट्रम्प ने कहा है कि क्या आपको मालूम है कि उस इलाक़े में एक दूसरा विमान भी उड़ रहा था, जिस पर 38 लोग सवार थे। वह उनकी पहुंच में था, लेकिन उन्होंने उसे नहीं गिराया। मैं समझता हूं कि उन्होंने यह बहुत समझदारी का काम किया है। मैं इसके लिए उनकी प्रशंसा करता हूं। मेरा मानना है कि यह एक बहुत ही सही फ़ैसला था।

एनबीसी के मीट द प्रेस कार्यक्रम में बात करते हुए ट्रम्प ने दावा किया है कि ईरान पर हमले का आदेश वापस लेने के लिए उनकी काफ़ी प्रशंसा हो रही है।

उन्होंने कहा, हर कोई मुझे युद्ध की आग भड़काने वाला कहता था, लेकिन अब वही लोग कह रहे हैं कि मैं तो शांति का कबूतर हूं।

उन्होंने कहा कि उनके फ़ैसले से साफ़ हो गया कि वह अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित अपने आसपास नियुक्त किए गए अधिकारियों की बातों से प्रभावित होने वाला नहीं हूं।

उन्होंने कहा, “मेरे पास जॉन बोल्टन हैं, मैं निश्चित रूप से कहूंगा कि वह एक बाज़ या युद्ध प्रेमी व्यक्ति हैं। मेरे पास दूसरे लोग भी हैं जो इसके बिल्कुल विपरीत हैं, लेकिन अंतिम निर्णय मैं ही लेता हूं। केवल एक चीज़ मेरे लिए मायने रखती है। मैं सबकी सुनता हूं, लेकिन अपने मन की करता हूं, मुझे दोनों ही तरह के लोगों की ज़रूरत है।”

ट्रम्प का कहना था, “मैं न्यूयॉर्क शहर से हूं, वहां काफ़ी संख्या में ईरानी रहते हैं। और वे महान लोग हैं। मेरे ईरानी दोस्त भी हैं। वे काफ़ी स्मार्ट, महत्वाकांक्षी और ज़बरदस्त योग्यता वाले लोग हैं।

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