रिपोर्ट-विपिन निगम
हरदोई(यूपी): जनपद बाराबंकी के कोतवाली नहरवर रामनगर निवासी धर्मेंद्र का 10 वर्षीय पुत्र आरुष पटेल अपनी बुआ के घर मोहल्ला सफेदाबाद में रहकर कक्षा 4 में पढ़ता था। सोमवार को स्कूल जाते समय रास्ते में बाइक सवार दो बदमाशों ने आरुष को अगवा कर लिया। दोपहर बाद तक घर न पहुंचने व अपहरण की जानकारी मिलते ही परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। परिजनों ने पुलिस को बताया कि अपहरणकर्ताओं ने 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। मंगलवार तक उनकी डिमांड पांच लाख रुपये तक आ पहुंची। मंगलवार शाम को अपहरणकर्ता बांगरमऊ से संडीला जाने वाले रोड पर संडीला कोतवाली क्षेत्र में एक दुकान पर चाय पीने के लिए रुके। इसी बीच किसी तरह से आरुष भागकर एक दूसरी दुकान पर जा पहुंचा। जहां पर उसने दुकानदार से अपनी बुआ से बात कराने की बात कही। दुकानदार ने फोन मिलाकर आरुष की बुआ से बात करवाई। पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से इस नंबर की लोकेशन जांची तो हरदोई जिला मिली। इसके बाद बाराबंकी के एसपी ने हरदोई के एसपी को घटना के बारे में जानकारी दी। हरकत में आए आलाअफसर व संडीला पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरुष को सकुशल बरामद कर लिया। हालांकि पुलिस के पहुंचने से पहले ही अपहरणकर्ता भाग निकले। हरदोई के एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि बदमाशों ने आरुष को उसके माता-पिता के पास पहुंचाने की बात कहकर बाइक पर बैठा लिया था। अपहरण करने वाले रिश्तेदार भी हो सकते हैं। इस मामले की जांच बाराबंकी पुलिस भी कर रही है। इस खुलासे में एसपी पूर्वी ज्ञान्जंय सिंह, सीओ संडीला नागेश मिश्रा, संडीला कोतवाल जगदीश यादव व अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।