–मानवाधिकार अभिव्यक्ति
लखनऊ – कमलेश तिवारी की माँ कह रही है कि मेरे बेटे को भाजपा नेता शिवकुमार गुप्ता जो कि माफिया ने मरवाया है और जो अरेस्ट हुयें हैं (मुसलमान) उनसे कोई मतलब नही वो तो चाहे जिसे भी फांसी दे दें।
क्योंकि इसे साम्प्रदायिकता का रंग दिया जा सके चुनाव में भुनाया जा सके। बड़े शर्म की बात है लाश पर भी राजनीति वो भी हिन्दू नेता की लाश पर, शर्म और गैरत की बात है। उसकी मां के मुताबिक क्या अपने ही अपनों के हाथों शिकार होगें, माँ के ब्यान भी अहम नहीं ? यही नहीं प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान जब डीजीपी उत्तर प्रदेश से इस पर सवाल पूँछा गया तो पीसी बीच में ही छोड़ कर चले गये बोले इस पर उन्हें जानकारी नही ।
कमलेश की माँ का कहना है कि “फतवा अखिलेश और आज़म के समय में जारी हुआ था, लेकिन उस समय कोई भी बालबाक़ा नही कर पाया, वहीं योगी की सरकार (भाजपा) में भाजपा के ही लोगों ने एक हिन्दू नेता को ही मरवा दिया, हम किसी को भी छोड़ेगें नहीं चाहे हमें भी मरवा दें, यही नहीं उन्होंने कुछ लोगों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि इसी में से ही कोई हमें भी मार देगा”।
ये आरोप गंभीर हैं इस पर गहनता से जाँच की आवश्यकता है, लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर जाँच करेगा कौन किसके मातहत ये जाँच की जायेगी, क्या बूढ़ी माँ के अपने उस बेटे को इन्साफ मिल सकेगा जिसने दिन और रात उन्ही के लिये काम किया जिनके सिर पर ये आरोप उस बेवस माँ ने लगाये हैं।