कन्नौज(यूपी): पुलिस अगर गंभीरता बरतती तो अहद आज जिदा होता। दरअसल, एक दिन पहले अहद के साथ उसकी मां रुखसार ने मारपीट की थी। इसकी जानकारी दादी ने पुलिस को दी, मगर पुलिस नहीं आई। दादी महबूबन ने बताया कि गुरुवार को रुखसाना बच्चों के साथ मारपीट कर रही थी। इसकी शिकायत लेकर वह कोतवाली गई थी। यहां ड्यूटी कर रही महिला सिपाही ने बच्चों की पिटाई करना मां का अधिकार होने की बात कहकर वापस कर दिया था। कागज पर उनका नाम भी नोट किया लेकिन मौके पर कोई नहीं आया। शुक्रवार सुबह भी उन्होंने कोतवाली में शिकायत की थी। मोहल्ले के लोगों का कहना था कि यदि पुलिस गुरुवार शाम आ जाती, तो शायद रुखसाना इस तरह का कदम नहीं उठा पाती और अहद आज जिदा होता। प्रभारी निरीक्षक बलराम मिश्रा ने बताया कि महिला ने उन्हें कोई ऐसी सूचना नहीं दी। किसी भी घटना पर वह तत्काल फोर्स भेजते है
पुलिस को थी मामले की जानकारी
परिजनों का कहना है कि रुखसाना के विवाद का मामला पहले भी पुलिस तक पहुंच चुका है। यूपी 100 टीम जांच करने आई थी। एक बार रुखसाना ने पुत्री अनम के साथ भी मारपीट की थी। आज बेटे अरमान को भी जमीन पर पटक दिया था। उसके सिर में चोट लगी। रुखसाना के गुस्से की वजह से शुक्रवार को गैस चूल्हा बंद पड़ा था। वहीं पास ही आटा भी फैला था। परिजनों ने बताया कि गुरुवार को गुस्से में दूध फेंक दिया था और आटा भी फैला दिया था। सुबह कुछ भी बनाया नहीं गया था। इस बीच यह घटना हो गई।
बीड़ी बनाकर करती गुजारा दादी
मृतक की दादी महबूबन बीड़ी बनाकर गुजर बसर करती हैं। वह दूसरे बेटे साथ रहती है। सीढि़यां चढ़ने में कठिनाई होने पर रुखसाना के पास के कमरे में ही रहती हैं। वह दरवाजे पर अक्सर बच्चों के साथ बैठी रहती हैं। उनके पास बीपीएल कार्ड है। इसमें ही पुत्र व बहू के नाम भी लिखे हैं। इस तरह बोले परिजन आर्थिक तंगी की वजह से अक्सर मारपीट होती थी। पति जुआ व शराब में रुपये खर्च कर देते थे। चार माह पहले बच्चे के बीमार होने पर आंगनबाड़ी में कार्यरत मां खदीजा ने आगरा में अहद का उपचार कराया था। उसने बच्चे के दूध व आटा खरीदने को मोहल्ले के एक निजी डॉक्टर से 100 रुपये दो दिन पहले उधार लिए थे। पति ने गुरुवार को सास के खाते में छह हजार रुपये डाल दिए थे। उसके खाते में नहीं भेजे। सास ने यह रुपये निकाल कर नहीं दिए। बच्चे को बुखार आ रहा था। सुबह उसको नींबू, चीनी मिलाकर पानी दे दिया था। तबियत बिगड़ने से बेटे की मौत हो गई। पुत्र की हत्या नहीं की।
रुखसाना – मृतक की मां दो दिन पहले बहू रुखसाना ने 100 रुपये मांगे थे। उनके पास 50 रुपये थे। वह बहू ने लेने से इंकार कर दिया। गुरुवार को बेटे ने खाते में रुपये भेजे। इसमें 500 रुपये बहू को देने की बात कही थी। शेष 5500 रुपये कर्जदारों को देने के लिए कहा था। खाते से रुपए न निकल पाने पर एक युवक से 500 रुपये लेकर भेजे थे, जिन्हें बहू ने नहीं लिया। वह अक्सर बच्चों के साथ मारपीट करती रहती है।