कोरोना के नए वैरिएंट की चिंताओं के बीच नागर विमानन मंत्रालय ने 25 दिसम्बर से इंटरनेशनल फ्लाइट्स के परिचालन का फैसला लिया है. यह फैसला गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श करने के बाद सरकार ने लिया है.
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पिछले साल कोरोना के चलते 23 मार्च को देश में नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन बंद कर दिया गया था. हालांकि इसके बाद समय-समय पर कई देशों के साथ एयर बबल पैक्ट किए गए और उनके बीच सीमित हवाई सेवा शुरू की गई. अभी भारत का करीब 28 देशों के साथ एयर बबल पैक्ट है.
भारत ने 28 देशों के साथ एयर बबल पैक्ट किया है. इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केन्या, भूटान और फ्रांस जैसे देश शामिल हैं जहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन हो रहा है.
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एयर बबल पैक्ट के तहत दो देशों के बीच सिर्फ चुनिंदा एयरलाइंस के माध्यम से विशेष इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन किया जाता है. वहीं यात्रा करने के लिए कई कड़े प्रतिबंध भी होते हैं. हालांकि हाल में नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि सरकार इंटरनेशनल फ्लाइट्स के संचालन को सामान्य करना चाहती है.
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इस महीने की शुरुआत में भारत और सिंगापुर के बीच उड़ानों के परिचालन फिर शुरू करने पर सहमति बनी है. इसके तहत कोरोना टीका लगवा चुके लोग अंतरराष्ट्रीय यात्रा कर सकेंगे और उन्हें क्वरांटाइन का पालन भी नहीं करना होगा.