रिपोर्ट – सज्जाद अली नयाने
दिल्ली – भारत ने यह समझौता देश के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा स्वदेशी एंटी-टैंक मिसाइल के दो चरणों का सफल परीक्षण पूरा करने के बाद रद्द किया है।
डीआरडीओ ने भारत सरकार से वादा किया है कि वह दो साल में इस्राईली मिसाइलों का स्वदेशी विकल्प सेना को सैंप देगा।
डीआरडीओ द्वारा मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एमपीएटीजीएम) के कई सफल परीक्षणों के बाद भारत ने इस्राईल को बता दिया कि वह उसके साथ हुए स्पाइक मिसाइल ख़रीद के समझौते को रद्द कर रहा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत ने डीआरडीओ के समर्थन में इस्राईल को समझौता रद्द करने की सूचना दे दी है, इसलिए कि इसी तरह के मिसाइल बहुत ही कम लागत में देश के भीतर ही तैयार किए जा सकते हैं।
भारत ने प्रारम्भिक रूप से 2014 में इस्राईल से आधे अरब डॉलर की क़ीमत के क़रीब 8 हज़ार स्पाइक मिसाइल ख़रीदने का समझौता किया था।
2017 में भारत ने यह समझौता ख़त्म कर दिया था, लेकिन एक साल बाद फिर से सशर्त इस समझौते को मंज़ूरी दे दी गई।