न्यूज डेस्क(उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित चंबल पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत के बाद गुरुवार को भारी वाहनों के आवागमन के लिए पुल खोल दिया गया। मरम्मत वाले स्थान पर अभी एक सप्ताह तक बेरीकेडिग लगी रहेगी। पुल से एक साइड से वाहनों को निकाला जायेगा।
मालूम हो कि चंबल नदी के पिलर संख्या आठ के डेक स्लैब के क्षतिग्रस्त होने के बाद दो अगस्त को मरम्मत कार्य शुरू किया गया था। जिला प्रशासन द्वारा चार अगस्त की रात्रि से भारी वाहनों का पुल से आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया था। मरम्मत का कार्य पूरा होने के बाद गुरुवार की दोपहर को 12 बजे से भारी वाहनों सहित सभी वाहनों के आवागमन हेतु पुल को खोल दिया गया है। मध्य प्रदेश से आ रहे वाहनों को पुलिस द्वारा एक लाइन से चलाकर बारी-बारी से निकाला गया। मध्य प्रदेश के थाना फूप व बढ़पुरा पुलिस इस कार्य में भेजी गई।
नेशनल हाईवे के सहायक अभियंता एससी शर्मा व अवर अभियंता अरविद कुमार ने बताया कि पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से पर कंकरीट भरने के साथ-साथ एक चकर प्लेट को लगाया गया है। सभी वाहनों को निकालने की अनुमति दे दी गई है लेकिन कंकरीट की पूरी तरह सैटिग होने में समय लगने के कारण वाहनों को एक साइड से ही निकाला जायेगा। एक सप्ताह के बाद बेरीकेडिग को हटाकर पुल को पूरी तरह खोल दिया जायेगा। पुल खोले जाने के समय मध्य प्रदेश सीमा में लगे जाम व पुल के मरम्मत स्थल का उपजिलाधिकारी सदर सिद्धार्थ द्वारा जायजा लिया गया। उनके साथ सीओ जसवंतनगर उत्तम सिंह भी मौजूद थे।