महाराष्ट्र के गृह निर्माण मंत्री डॉ. जितेन्द्र आव्हाड ने कई वर्षों से लटके हुए मुद्दे को अंतत: विराम दे ही दिया ये इस सरकार की बडी उपलब्धिता है, अब म्हाडा के माध्यम से पुलिस कॉलोनी की जाएगी पुनर्विकसित, पुलिस को मिलेंगे 567 घर, जहाँ प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने वाली पुलिस को अब अपना सही घर मिलने का रास्ता साफ हो गया है, ये डॉ आव्हाड के प्रण का ही नतीजा है, उनके प्रयास से अब वास्तव में ये पूरा होने जा रहा है । पुलिस बल संतुष्टि जता रही है क्योंकि सेवानिवृत्त पुलिस को भी इस कॉलोनी में घर मिलेगा।
ठाणे – कई सालों से वर्तक नगर में पुलिस कॉलोनी के पुनर्वसन का मुद्दा बना हुआ था, गृह निर्माण मंत्री डॉ. जितेन्द्र आव्हाड ने जिसे एक ही बैठक में हल किया। इस कॉलोनी को म्हाडा के माध्यम से फिर से विकसित किया जाएगा । लगभग 567 मकान पुलिस के लिए इस जगह आरक्षित होंगे और बाकी मकान म्हाडा बांटेगी । ये सवाल कई सालों से लटका हुुुुआ था जिसेे आव्हाड ने तत्काल हल कर दिया ।
1973 में एमएचएडीए ने 856 सदस्यों को ठाणे पुलिस आयुक्त में स्थानांतरित कर दिया था । लेकिन उसके बाद पिछले 46 सालों में सही रखरखाव न होने से ये सभी इमारतें खतरनाक हो गई हैं । उनमे से कुछ इमारतों को जरजर होने के कारण ध्वस्त कर दिया गया है । बाकी इमारतों में पुलिस का परिवार अपनी जान जोखिम में डालकर जी रहा है । कुछ पुलिस परिवारों को किराए के आवास योजना में विस्थापित कर दिया गया है ।
आवास मंत्री डॉ. जितेन्द्र आव्हाड ने हाउसिंग डिपार्टमेंट की ओर से मंगलवार को उनके सामने यह सवाल आने के बाद बैठक की । स्थानीय विधायक प्रताप सरनायक, अपर मुख्य सचिव (गृह) सीताराम कुंटे, हाउसिंग श्रीनिवास के प्रमुख सचिव, एमएचएडीए अनिल डिग्गीकर आदि इस बैठक में उपस्थित थे ।
जिसे डॉ. जितेन्द्र आव्हाड ने वर्तक नगर की पुलिस कॉलोनी को तुरंत पुनर्वसन करने का आदेश दिया । म्हाडा को पुलिस कॉलोनी का पुनर्विकास करके 567 मकान पुलिस को निशुल्क बनाकर और बाकी शेष मकान म्हाडा को वितरित करने का आदेश दिया।