मानवाधिकार अभिव्यक्ति : क्या पत्रकारिता एक खाश वर्ग की होकर रह गयी है ?
रिपोर्ट:-दिग्विजय सिंह के साथ अमित कश्यप ।
१ – एक पत्रकार की जान है खतरे मे….
जूही थाने की ये कैसी जाँच के आये न अपराधियों को आँच ।
कानपुर:-ये व्यथा है उस परेशान पत्रकार की जिसने अपनी जान पर खेल कर एक सेक्स रैकेट बंद करवाया। नाम पप्पू यादव पुत्र राम अवध यादव पता 133/54 O ब्लॉक सब्जी मंडी किदवई नगर पप्पू यादव वर्तमान समय दैनिक खुलासा द विज़न के छायाकार है।जबाज पत्रकार पप्पू यादव ने आर्केस्ट्रा की आड़ मे मासूम लड़कियों को देह व्यापार मे धकेलने वाले गैंग का परदा फास किया था।आरोपी शीला.मीना.रूबी.नदीम व अन्य अज्ञात लोग इस काम मे संलिप्त थे।ऐसा नही है की ये अपनी दम पर इस सेक्स रैकेट को चला रहे थे ज़रूर इनके साथ कुछ सत्ताधारी व शक्तियुक्त वरिष्ठो का हाथ है।तभी तो भारतीय प्रेस परिषद के आदेश के बाद थाना जूही मे इन लोगो पर मुकद्दमा दर्ज हुआ।जिसकी संख्या 0182है जो वर्ष 2017मे दर्ज हुआ था।रिपोर्ट लिखे जाने के कारण अपराधियों मे और हीन भावना पैदा हो गयी और ये लोग अब पप्पू यादव व उनके परिवार पर केस वापस लेने का दबाव बनाने लगे पर पप्पू यादव ने जब उनकी बात नही मानी तो इन सभी ने दोबारा 13सितम्बर सन 2017की रात 10बजे पप्पू यादव के भाई .पप्पू यादव व पप्पू यादव की बुजुर्ग मां सोनमती पर जान लेवा हमला बोल दिया।जिसमे पप्पू यादव की मां के हाथ मे अपराधियों ने सूजे से वार किया जिसके कारण बुजुर्ग मां का हाथ फट गया पर जूही पुलिस का कलेजा अभी भी नही पसीजा तभी तो इन्ही शीला.मीना .रूबी नदीम पर जूही पुलिस ने दोबारा आपराधिक मुकद्दमा दर्ज किया।जिसका अपराध संख्या 0242है।और मामला 34.147 148 323 504 352 392 धाराओं मे फ़िर दर्ज हुआ।पर जूही पुलिस ने अपराधियों से मिलीभगत कर इस मुक़द्दमे मे धारा 392हटा दिया।
अब जूही पुलिस की कार्यप्रणाली पर ये सवाल उठता है की पुलिस किसकी वजह से इन अपराधियों तक नही पहुँच पा रही है?वो कौन लोग है जिनके इशारे पर पुलिस नाच रही है ?या फ़िर ऐसी क्या वजह है की पुलिस अभी तक जांच नही कर पायी।
ये कैसी व्यवस्था है की एक कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार जो अपनी जान हथेली पर लिये घूम रहा है और अपराधी आज भी कानून को चकमा दे कर आराम से घूम रहे है।
२ – करन्ट अपडेट- वाह रे योगी शासन नहीं हो रही भूमाफियाओं पर करवाई दबंग भूमाफिया खुलेआम उड़ा रहे कानून की धज्जियां !
कार्यालय जिला मजिस्ट्रेट कानपुर नगर अपर जिला मजिस्ट्रेट के पी सिंह द्वारा 19 मई 2017 पत्र संख्या 835 /एस टी 8-5-2017 भूमाफिया हँसीनुजमा अन्सारी बाकरगंज कानपुर माननीय के पी सिंह के आदेशों को रखा ताक पर नगर निगम के आला अफसरों ने अपर जिला मजिस्ट्रेट के आदेशानुसार भूमाफिया कोई नहीं की गई कार्रवाई तथा अपर जिला मजिस्ट्रेट कानपुर नगर द्वारा मांगी गई आख्या पर कोई भी जवाब नहीं दिया न नगर निगम ने और न नगर आयुक्त ने तथा अपर जिला मजिस्ट्रेट द्वारा मांगी आख्या को नगर निगम व नगर आयुक्त ने प्रार्थना पत्र को डाला रद्दी की टोकरी में कानपुर के बाकरगंज के भू माफिया हँसीनुजमा अन्सारी पर नहीं कसीे गई कोई नकेल वाह रे उत्तर प्रदेश का कानून जो कि भू माफिया हँसीनुजमा अन्सारी का पर्दाफाश आरटीआई एक्ट के अनुसार खुलासा हो चुका है लेकिन फिर भी उत्तर प्रदेश सरकार भूमाफियाओं पर नकेल कसने में असमर्थ है भू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं ।
– कानपुर दक्षिण क्लब ।
३ – मानवाधिकार अभिव्यक्ति
प्रधान अध्यापिका के तानाशाह रवैये के आगे मुख्यमंत्री व संबन्धित मंत्रालय तथा महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय भी पंगु… https://t.co/inu7QBz94B