बाराबंकी— ब्लाक रामनगर मैं बने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है यह अस्पताल मात्र कहने को ही सीएचसी है लेकिन यहां सुविधाएं अभी भी पीएचसी के बराबर ही है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर तक पहुंचने का मार्ग ही बहुत दुर्गम है सहादतगंज मार्ग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर आना बहुत ही जोखिम भरा है गंभीर अवस्था में मरीज एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर लाए जाते हैं तो उन्हें इस मार्ग से बड़ी ही कठिनाई होती है और जोखिम उठाना पड़ता है काफी समय बीत जाने के बाद भी अभी तक सुचारू रूप से सीएससी तक पहुंचने का मार्ग ही नहीं बन सका है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में टेक्नीशियन तो नियुक्त है लेकिन एक्सरे मशीन ही नहीं है जैसे बिना गाड़ी के ड्राईवर रखना सरकार ने ऐसा ही काम यहां किया है अल्ट्रासाउंड की भी सेवा यहां उपलब्ध नहीं है डॉक्टरों के बैठने के लिए अलग-अलग कमरे भी नहीं जिससे कि वह मरीजों को ठीक तरह से देख सकें बहुत पुरानी वायरिंग होने के कारण विद्युत संकट से भी इस अस्पताल को जूझना पड़ता है रेबीज इंजेक्शन की कमी तो प्रायः बनी ही रहती है स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का ही नतीजा है कि प्राइवेट सुविधाओं के लिए मरीजों को अत्यधिक धन खर्च करना पड़ रहा है सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए करोड़ों खर्च करने के बाद भी आज यह स्थिति है कि मरीजों को बेबस होकर अस्पताल से लौटना पड़ता है